श्रुति के अपहरण की आशंका

By: Jul 10th, 2018 12:06 am

चूड़धार का चप्पा-चप्पा छानने के बाद भी बच्ची का कोई सुराग नहीं, एसआईटी जांच की मांग

नौहराधार— आठ दिन से श्रुति को तलाशने के लिए चला सर्च आपरेशन सोमवार को धीमा पड़ गया। रविवार को चले मेघा सर्च अभियान के दौरान बच्ची का कोई भी सुराग न मिलने से लोगों की उम्मीदें ठंडी पड़ गई हैं। लड़की को तलाशने के लिए नौहराधार, देवामानल, चाड़ना आदि क्षेत्रों से गए लोग रविवार रात को ही वापस आ गए हैं। सात दिन तक चले सर्च आपरेशन के दौरान पुलिस व क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने चूड़धार के जंगलों का चप्पा-चप्पा छाना है। आशंका जताई जा रही थी कि बच्ची को जानवर गुफा में ले गए होंगे। रविवार को क्षेत्र के करीब 700 लोगों ने चूड़धार के जंगल की सभी गुफाओं को भी बारीकी से तलाश डाला, मगर बच्ची का कोई भी सुराग न मिलने के कारण सर्च अभियान में जुटे सैकड़ों लोगों की आखिरी उम्मीदें भी खत्म हो गई हैं। पुलिस के अलावा विजेश्वर युवा संगठन चाड़ना के लगभग 50 युवाओं ने ही सोमवार को सर्च आपरेशन में भाग लिया। दिन भर की तलाशी के बाद विजेश्वर युवा संगठन भी रात को वापस चाड़ना पहुंच रहा है। क्षेत्र के लोग अब बच्ची के अपहरण की आशंका जता रहे हैं। आपराधिक मामला बताते लोगों ने सरकार से इस मामले की जांच एसआईटी से करने की मांग की है। पुलिस से इस मामले की आपराधिक एंगल से छानबीन करने की भी मांग की है। हालांकि पुलिस इसे अभी अपहरण का मामला मानने से इनकार कर रही है।

दूसरे एंगल पर काम करेगी पुलिस

पुलिस का सर्च अभियान भी जारी है और कुछ दिन तक आगे भी जारी रह सकता है। पुलिस दूसरे एंगल से छानबीन करने की भी तैयारी कर रही है। पुलिस का दूसरा एंगल क्या होग, इस बात का खुलासा फिलहाल पुलिस नहीं कर रही है। एसपी सिरमौर रोहित मालपानी ने बताया कि फिलहाल सर्च आपरेशन जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि मामले की दूसरे एंगल से भी छानबीन करवाई जाएगी। जब उनसे पूछा गया कि लोग अपहरण का मामला बता रहे हैं, तो उन्होंने कहा कि वह इस बारे में फिलहाल कुछ भी नहीं कह सकते। रहस्यमय तरीके  से लापता हुई श्रुति मामले की एसआईटी से जांच करवाने की मांग ने जोर पकड़ लिया है। क्षेत्र के लोग इसे अपहरण का मामला मान रहे हैं। व्यापार मंडल अध्यक्ष नौहराधार जोगेंद्र सिंह व नौहराधार के समाजसेवी गुमान ने सोमवार को पत्रकारों से कहा कि यह मामला अपहरण से जुड़ा लग रहा है।

तीनों के बयान अलग

समाजसेवी गुमान सिंह ने बताया कि रविवार को बच्ची की तलाश में चूड़धार के जंगल गए थे तो उस दौरान एसएचओ संगड़ाह बच्ची के माता-पिता वहां रहने वाले गुज्जरों व ढाबे वाले के बयान दर्ज कर रहे थे। हैरानी की बात है कि इन तीनों के बयान आपस में बिलकुल भी मेल नहीं खा रहे थे, जिससे यह मामला ओर अधिक रहस्यमय बन गया है। उन्होंने बताया कि सरकार से मांग की है कि श्रुति मामले की जांच एसआईटी व सीबीआई से करवाई जाए।


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