अक्तूबर में 3000 प्री-प्राइमरी स्कूल

By: Aug 7th, 2018 12:02 am

प्रदेश के आंगनबाड़ी केंद्रों को ही स्कूलों में बदलने की तैयारी, अलग से टीचर नहीं होंगे तैनात

शिमला— सरकारी स्कूलों में सरकार ने प्री-नर्सरी का कल्चर शुरू करने की तैयारी कर ली है। अक्तूबर महीने से प्रदेश में तीन हजार प्री-प्राइमरी स्कूल खुलेंगे। सरकार आंगनबाड़ी केंद्रों को प्री-प्राइमरी स्कूलों में तबदील करने जा रही है। इसी कड़ी में मंगलवार से शिक्षा निदेशालय में जिला समन्वयकों और बीआरसीसी का प्रशिक्षण शुरू होने जा रहा है। तीन दिवसीय प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद यह 48 मास्टर ट्रेनर जिलों में जाकर अन्य शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे। शिक्षा सचिव डा.अरुण कुमार शर्मा ने बताया कि केंद्र सरकार ने नर्सरी और केजी कक्षाएं शुरू करने को मंजूरी दे दी है। अक्तूबर महीने से सरकार इन कक्षाओं को शुरू करने के प्रयास में है। नर्सरी और केजी कक्षा को पढ़ाने के लिए अलग से शिक्षकों की भर्ती नहीं होगी। प्राइमरी कक्षाओं को पढ़ाने वाले शिक्षक ही इन नौनिहालों की देखरेख करेंगे। जेबीटी शिक्षकों को प्री-प्राइमरी कक्षाएं पढ़ाने के लिए विशेष तौर पर प्रशिक्षित किया जाएगा। मंगलवार से शुरू होने जा रहे प्रशिक्षण में जिला समन्वयकों और बीआरसीसी को स्कूल चिन्हित करने के लिए सर्वे करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। जून महीने में हुई बैठक में केंद्र सरकार ने हिमाचल को तीन हजार प्राइमरी स्कूल खोलने की मंजूरी दी थी। इसके लिए अलग से बजट भी दिया गया है। सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या कम होना चिंता की बात है, लिहाजा फिलहाल योजना यही है कि सरकारी स्कूलों में प्री-नर्सरी शुरू की जाएं, ताकि बच्चा शुरुआत से ही वहां पर पढ़े।

नर्सरी, केजी शुरू करने का फैसला

पंजाब में खुले प्री-प्राइमरी स्कूलों की तर्ज पर हिमाचल सरकार ने प्रदेश में नर्सरी, केजी शुरू करने का फैसला लिया है। प्रदेश सरकार चाहती है कि सरकारी स्कूलों की ओर बच्चों का रुझान बढ़े और अभिभावक अधिक से अधिक संख्या में सरकारी स्कूलों का इस्तेमाल करें, न कि वे बच्चों को निजी स्कूलों में शिक्षा दिलाएं। इसके लिए सरकार सरकारी स्कूलों में बेहतर शिक्षा देने की प्रयास कर रही है।


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