इस मानसून सत्र सबसे ज्यादा काम

By: Aug 11th, 2018 12:03 am

संसद अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, 21 विधेयक पारित

नई दिल्ली— संसद के इस मानसून सत्र में लोकसभा में 2000 के बाद सबसे ज्यादा कामकाज हुआ। पीआरएस लेजिस्लेटिव रिसर्च के मुताबिक लोकसभा में काम के तय घंटों के मुकाबले 110 प्रतिशत और राज्यसभा में 66 प्रतिशत काम हुआ, जबकि 2000 में लोकसभा की प्रोडक्टिविटी 91 फीसदी थी। उच्चतम न्यायालय के फैसले के परिणामस्वरूप कमजोर हुए अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (एससी/एसटी) अत्याचार निवारण कानून को मूल स्वरूप में लाने, घूस लेने के साथ देने को भी अपराध की श्रेणी में रखने तथा राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग  को संवैधानिक दर्जा दिए जाने से संबंधित विधेयक सहित 21 विधेयक संसद के मानसून सत्र के दौरान लोकसभा में पारित हुए। वहीं, व्यवधानों के परिणामस्वरूप किए गए स्थगनों के कारण आठ घंटे 26 मिनट का समय बर्बाद हुआ। सोलहवीं लोकसभा का 18 जुलाई को शुरू हुआ 15वां सत्र शुक्रवार को अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो गया। अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने बताया कि इस दौरान 17 बैठकें हुईं, जो 112 घंटे चली। सत्र के दौरान 22 विधेयक सदन में पेश किए गए, जबकि 21  पारित किए गए। इनमें एससी/एसटी अत्याचार निवारण संशोधन विधेयक 2018, संविधान (123वां संशोधन) विधेयक, 2017, आपराधिक विधि (संशोधन) विधेयक 2018, भगोड़ा आर्थिक अपराधी निवारण विधेयक 2018, मानव तस्करी (निवारण, संरक्षण और पुनर्वास) विधेयक, 2018 तथा राष्ट्रीय खेलकूद विश्वविद्यालय विधेयक 2018 प्रमुख हैं।

 


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