जकार्ता में पदक ला रहा धर्मशाला में किया अभ्यास

By: Aug 29th, 2018 12:05 am

धर्मशाला— हिमाचल के धर्मशाला में प्रैक्टिस करने वाले आधा दर्जन से अधिक एथलीट एशियन गेम्स जकार्ता में देश को पदक दिलाने के लिए दमखम दिखा रहे हैं। शॉट पुट में रिकार्ड बनाकर गोल्ड मेडल दिलाने वाले तजिंद्र पाल सिंह तूर के अलावा सिल्वर मेडल विजेता सुधा सिंह ने भी एक साल तक धर्मशाला में पसीना बहाकर देश की झोली में चांदी डाली है। अब धर्मशाला में लगातार पिछले दो सालों से अभ्यास करने वाले एथलीट मनीष, खुशवीर और सौम्या से भी पदक लाने की उम्मीद है। वहीं अब तक जमीन न मिलने से अधर में लटके सेंटर ऑफ एक्सिलेंस बनाने की दावेदारी क्षेत्र के हाई एल्टीट्यूड को देखते हुए और अधिक मजबूत हो गई है। धर्मशाला में 18वें एशियन गेम्स जकार्ता-2018 के लिए एक साल तक अभ्यास करने वाली 32 वर्षीय एथलीट सुधा सिंह ने एशियन गेम्स की तीन हजार स्टेपलचेंज में रजत पदक देश की झोली में डाला है। राष्ट्रमंडल खेलों से ठीक पहले सुधा सिंह का धर्मशाला में भारत की इंटरनेशनल एथलेटिक्स टीम को अभ्यास करवा रहे बेलारूसी निकोलाईं स्नेसरेव से विवाद हो गया था। विदेशी कोच ने भारतीय एथलीट का पासपोर्ट तक रोकने का प्रयास किया था। इस कारण सुधा सिंह को परेशानियां हुईं। उन्होंने धर्मशाला अभ्यास को छोड़कर बंगलूर, ऊटी सहित भूटान में भी ट्रेनिंग जारी रखी। वहीं अब धर्मशाला में पसीना बहाकर जकार्ता में चांदी लाने से सुधा एक बार फिर से स्टार बनकर उभरी हैं। गौरतलब है कि भारत के अंतरराष्ट्रीय खिलाडि़यों को धर्मशाला में अभ्यास करने के लिए कुछ स्पोर्ट्स होस्टल की बजाय निजी होटलों में ही ठहरना पड़ता है। हालांकि भारतीय खेल प्राधिकरण के धर्मशाला सेंटर द्वारा खिलाडि़यों को सभी सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। सकोह में राष्ट्रीय होस्टल के लिए 16 कनाल जमीन फाइनल हो गई है। मगर हॉस्टल के निर्माण कार्य में अभी समय है। वहीं धर्मशाला साई होस्टल में सेंटर ऑफ एक्सिलेंस बनाने के लिए जमीन नहीं मिल पा रही, जिसके कारण तैयारियों के लिए खिलाड़ी धर्मशाला नहीं पहुंच पा रहे हैं।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App