दुल्हन की तरह सजा नयनादेवी मंदिर

By: Aug 13th, 2018 12:05 am

नयनादेवी—विख्यात तीर्थ स्थल नयनादेवी में श्रावण अष्टमी के मेले रविवार से शुरू हो गए हैं। यहां पहले से ही आभास था कि पहले रविवार को ही श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ेगा परंतु प्रशासन शायद इसके लिए तैयार नहीं था तथा शनिवार रात को श्रद्धालुओं का भारी सैलाब माता के दर्शनों के लिए उमड़ पड़ा तथा सारी व्यवस्थाएंं धरी की धरी रह गईं। यही नहीं खुद प्रशासनिक अधिकारी भारी भीड़ में फंस गए तथा उन्हें भी उसमें निकलने के लिए काफी समय लग गया। परंतु मेला अधिकारी विनय कुमार की सूझ-बूझ से सारी भीड़ को बड़ी जल्दी नियंत्रित कर लिया गया। पुलिस तथा होमगार्ड्स का यहां तक सैक्टर अधिकारी भी कहीं देखे नहीं गए तथा भीड़ को राम भरोसे छोड़ दिया गया। यही नहीं पहले दिन की व्यवस्था को देखकर मेला अधिकारी ने सभी अधिकारियों की खूब क्लास लगाई तथा आगामी दिनों के लिए सभी सुरक्षा प्रबंध मजबूत करने को कहा ताकि कोई घटना ना घटे। मेला अधिकारी विनय कुमार ने कहा कि सभी लोगों ने अपनी ड्यूटी संभाल ली है तथा अब ऐसी कोई भी कोताही नहीं बर्दाश्त होगी। हर वर्ष की भांति इस बार भी लाखों की संख्या में माँ के चरणों में आस्था नतमस्तक होगी। मंदिर प्रशासन, नगर परिषद् प्रशासन तथा जिला प्रशासन ने अपना अपना जिम्मा संभाल लिया है। 12 से 20 अगस्त तक चलने वाले इन नवरात्रों में नयना देवी नगर क्षेत्र एक दुल्हन की तरह सज गया है। मेला पुलिस अधिकारी मनोहर लाल ने कहा कि लगभग 800 सुरक्षा कर्मचारियों को नयना देवी में चप्पे-चप्पे पर तैनात कर दिए गए हैं। क्षेत्र के चारों ओर रंग बिरंगी रोशनी एवं दुधिया रोशनी से माँ के मंदिर को चार चाँद लग रहे हैं। मंदिर से चारों ओर दिखाई दे रही जल की धाराएं देख कर हर श्रद्धालु के मन में एक अध्यात्मिक कशिश छा रही है। मेला अधिकारी ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा तथा सभी मूल-भूत सुविधा प्रदान करने हेतु तथा सुरक्षा के लिए सरकार पूरी तरह से वचनबद्ध है तथा श्रद्धालुओं की सुख सुविधा में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाएगी। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में धारा 144 लागू है तथा मंदिर के अंदर नारियल ले जाने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध है तथा शरारती तत्वों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरों की सहायता ली जा रही है तथा हर जगह पुलिस के जवान तैनात हैं व यात्रियों की सुरक्षा में कड़ी तलाशी ली जा रही है। लगभग 80 लंगर समितियों को लंगर लगाने की अनुमति दी गई है। गंदगी डालने वाले लंगर की सिक्योरिटी जब्त की जाएगी तथा तुरंत लंगर पैकअप दिया जाएगा। उधर मंदिर अधिकारी श्री यादव ने बताया कि न्यास मंदिर में 110 अस्थाई कर्मचारियों का चयन कर रही है तथा हर कर्मचारी को यात्रिओं की श्रद्धा व भावना का ध्यान रखना एवं हर सुविधा प्रदान करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि मंदिर सुबह दो बजे खुलेगा तथा 12 बजे रात को बंद होगा। मंदिर के अंदर कड़ाह प्रशाद ले जाने पर तथा नारियल ले जाने पर पाबंदी लगाई गई है।  रज्जू मार्ग प्रशासन ने भी पूरी तरह से कमर कस ली है। इस बार भी रज्जू मार्ग सुबह सात बजे चलेगा तथा शाम के सात बजे तक चलेगा।

 


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