पाक से लौटते ही सिद्धू का विरोध

By: Aug 20th, 2018 12:05 am

अमृतसर – पाकिस्तान की नवगठित सरकार के मुखिया और पूर्व क्रिकेटर इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने गए पूर्व क्रिकेटर और पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को वाघा अटारी बार्डर से देश वापस लौटते ही विरोध का सामना करना पड़ा। इस दौरान वहां मौजूद स्थानीय लोगों ने सिद्धू के खिलाफ नारेबाजी कर  उनके पाकिस्तान जाने का विराध किया। सिद्धू का पाकिस्तान दौरा दो वजहों से विवादों में घिर गया। पहला जब उन्होंने पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा को गले लगया और दूसरा पीओके के राष्ट्रपति मसूद खान के साथ पहली पंक्ति में बैठे। वहीं सिद्धू के पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल बाजवा को गले लगाने को लेकर पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री अमरेंदर सिंह ने इसे गलत ठहराया है। अमरेंदर ने कहा है कि जहां तक पाक के आर्मी चीफ को गले लगाने की बात है तो वह इसके पक्ष में नहीं हैं। उन्होंने (नवजोत सिंह सिद्धू) पाक के सेना प्रमुख के साथ स्नेह  दिखाकर गलत किया। अमरेंदर सिंह ने कहा कि हर रोज हमारे जवान शहीद हो रहे हैं। व्यक्ति को समझना चाहिए कि हमारे जवान सीमा पर रोजाना शहीद हो रहे हैं। कैप्टन ने आगे कहा मेरे अपने रेजिमेंट ने एक मेजर और दो जवान पिछले महीने खोए और हर रोज कोई न कोई जवान गोलियों का शिकार हो रहा है। ऐसे में दोष किसका है? जो गोली चला रहा है उसका या फिर सेना प्रमुख का, जो आर्डर देते है, और सेना प्रमुख जनरल बाजवा हैं। कैप्टन ने कहा कि जहां तक सिद्धू के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की बात है तो वह वहां व्यक्तिगत तौर पर गए थे और पंजाब सरकार से इसका कोई लेना-देना नहीं। पीओके के राष्ट्रपति के साथ बैठने पर अमरेंदर ने कहा कि शायद उन्हें (नवजोत सिंह सिद्धू) यह पता नहीं होगा कि वह (पीओके के राष्ट्रपति) कौन हैं।

लाहौर में खरीदे जूते

इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने पाकिस्तान पहुंचे सिद्धू ने लाहौर में खरीददारी की। इसके बाद वह वाघा बार्डर के रास्ते अपने वतन भारत पहुंचे। भारत आने से पहले सिद्धू लाहौर के एक दुकान में जूता खरीदते नजर आए। गहरे नीले रंग का सूट और एक हरे रंग की पगड़ी पहने सिद्धू ने लाहौर के बाजार में जमकर खरीददारी की।

भारत पहुंचकर बदले सुर

भारत आते ही पूर्व क्रिकेटर और पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के सुर बदल गए हैं। पाक आर्मी चीफ से गले मिलने और पीओके के प्रेजिडेंट के बगल में बैठने को लेकर उन्होंने अपने ही अंदाज में फिर से सफाई देने की कोशिश की है। नवजोत ने कहा कि अगर कोई (पाक आर्मी चीफ बाजवा) आपके पास आए और यह कहे कि हमारी संस्कृति एक ही है और हम गुरुनानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व पर करतारपुर बार्डर खोल देंगे, तो ऐसे में मैं क्या करता? सिद्धू ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में पीओके के राष्ट्रपति मसूद खान के साथ पहली पंक्ति में बैठने पर भी सफाई दी और कहा कि अगर आपको कहीं गेस्ट के रूप में आमंत्रित किया जाए, तो आप वहीं बैठेंगे, जहां आपके लिए सीट की व्यवस्था की गई हो। मैं शपथ ग्रहण समारोह में किसी अन्य सीट पर बैठा था, लेकिन उन्होंने मुझे वहां बैठने को कहा।


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