फिर उड़ान भरेंगी सुनीता विलियम्स

By: Aug 5th, 2018 12:04 am

पहले कामर्शियल यान के लिए नौ एस्ट्रनॉट्स चुने

ह्यूस्टन— नासा ने 2011 में स्पेस शटल का इस्तेमाल बंद होने के बाद पहले ह्यूमैन स्पेसफ्लाइट प्रोग्राम (मानव अंतरिक्ष यान कार्यक्रम) के लिए भारतीय मूल की अमरीकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स को शामिल किया है। इस प्रोग्राम के लिए सुनीता विलियम्स के अलावा आठ और अंतरिक्ष यात्रियों को लिया गया है। अभियान अगले साल शुरू होगा। नासा ने कई साल पहले इस यान के विकास और निर्माण का विचार किया था और अब वह वाणिज्यिक अंतरिक्ष यान के जरिए अंतरिक्षयात्रियों को भेजने जा रहा है। नासा ने घोषणा की कि पहले प्रायोगिक यान पर नौ अंतरिक्षयात्रियों को भेजा जाएगा। नए अंतरिक्षयान का निर्माण और इसका संचालन बोइंग कंपनी और स्पेसएक्स ने किया है। अमरीका के यूक्लिड (ओहियो) में जन्मीं सुनीता विलियम्स नेवी में कैप्टन के पद से रिटायर होने के बाद नासा पहुंची थीं। 1998 में एस्ट्रोनॉट के तौर पर चुने जाने के बाद उन्होंने अब तक करीब 321 दिन आईएसएस पर बिताए हैं। इसके साथ ही उन्होंने करीब सात बार स्पेस वॉक में भी हिस्सा लिया है। इन नौ अंतरिक्षयात्रियों में सुनीता विलियम्स (52), जोस कसाडा (45) नासा के पहले अनुबंधित स्टारलाइनर अभियान के लिए उड़ान भरेंगी। नासा के अंतरिक्षयात्री रॉबर्ट बेहंकेन (48) और डगलस हर्ले (51) स्पेसएक्स के पहले ड्रैगन क्रू के तौर पर एक साथ उड़ान भरेंगे। अंतरिक्षयात्री एरिक बोए (53) और निकोल मैन (41) इसी यान के शटल अभियान के कमांडर के रूप में जाएंगे। पूर्व अंतरिक्षयात्री एवं बोइंग के कार्यकारी क्रिस्टोफर फर्ग्युसन (56) स्टारलाइनर प्रायोगिक यान के सदस्य होंगे। विक्टर ग्लोवर (42) और माइकल होपकिंस (49) स्पेसएक्स के ड्रैगन के पहले संचालन अभियान पर उड़ान भरेंगे।


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