साढ़े चार लाख लौटाएं कृषि विवि के पूर्व वीसी

By: Aug 12th, 2018 12:01 am

विदेश दौरे पर राज्य सरकार ने भेजा नोटिस, एक कांग्रेस नेता को भी साथ ले गए थे मंगोलिया

शिमला— इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च (आईसीआर) को हिमाचल के एक पूर्व वीसी का विदेशी दौरा अखर गया है। आईसीआर की आपत्ति पर हिमाचल सरकार ने वाइस चांसलर को विदेशी टूअर पर खर्च साढ़े चार लाख की राशि वापस लौटाने का नोटिस भेजा है। राज्य सरकार ने कहा है कि फंडिंग एजेंसी ने विदेशी दौरे पर खर्च राशि की अनुमति नहीं दी है। इस कारण यह रकम सरकार के खजाने में जमा की जाए। कृषि विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर आईसीआर की फंडिंग पर मंगोलिया गए थे। उनके साथ एक कांग्रेस नेता भी थे। आईसीआर ने कृषि विश्वविद्यालय को रिसर्च के लिए फंडिंग जारी की थी। मामला वर्ष 2016 का है।  तत्कालीन वाइस चांसलर इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च की फंडिंग पर मंगोलिया गए थे। खास है कि वह अपने साथ एक कांग्रेस नेता को भी ले गए थे। उन दिनों कांग्रेस नेता राज्य सरकार में एक निगम के उपाध्यक्ष थे। फोरन टूअर से लौटे वाइस चांसलर के विदेशी दौरे पर आईसीआर ने आपत्ति दर्ज की। फंडिंग एजेंसी ने खर्च राशि की मंजूरी प्रदान नहीं की है। इसके चलते अब दो साल बाद हिमाचल सरकार को इस मामले में कड़ा नोटिस लेना पड़ा है। राज्य सरकार ने फंडिंग एजेंसी का हवाला देते हुए कहा है कि यह राशि तत्कालीन वाइस चांसलर को लौटानी होगी। इसके चलते सरकार ने पैसा लौटाने के लिए नोटिस भेजा है। उल्लेखनीय है कि कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर को रिसर्च के लिए आईसीआर और हिमाचल सरकार से फंडिंग होती है। इस राशि से छात्र और प्रोफेसर शोध कार्य करते हैं। वाइस चांसलर ने आईसीआर की फंडिग से मंगोलिया टूअर की हिमाचल सरकार से बाकायदा अनुमति ली थी। बावजूद इसके आईसीआर ने फंड खर्च करने की अनुमति नहीं दी। इस कारण मामला विवाद में आ गया।

ट्रिब्यूनल पहुंचे वाइस चांसलर

राज्य सरकार के नोटिस पर पूर्व वीसी ने  ट्रिब्यूनल का दरवाजा खटखटाया है। इस आधार पर ट्रिब्यूनल ने रिकवरी के लिए भेजे गए नोटिस पर रोक लगा दी है। ट्रिब्यूनल ने राशि वापस लौटाने पर राज्य सरकार से जवाब भी मांगा है।


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