होशियार सिंह मौत मामले में गिरफ्तारी जल्द

By: Aug 19th, 2018 12:20 am

वन काटुओं समेत फोरेस्ट कर्मचारी भी सीबीआई के शक के दायरे में

शिमला— करसोग के सेरी कतांडा में वन रक्षक मौत के मामले में जल्द ही गिरफ्तारियां होंगी। इस मामले में कुछ लोग सीबीआई की राडार पर हैं। सीबीआई की अब तक की जांच में होशियार सिंह द्वारा आत्महत्या करने का मामला सामने आ रहा है। वन माफिया की वजह से होशियार सिंह ने विवश होकर आत्महत्या की। ऐसे में अब इस मामले में उन आरोपियों की गिरफ्तारी होनी है, जिनकी वजह से उसने यह कदम उठाया। करसोग के सेरी कतांडा में वनरक्षक होशियार सिंह की संदिग्ध मौत के मामले में जल्द ही गिरफ्तारियां होंगी। इनमें वन काटुओं के अलावा वन कर्मी भी शामिल हैं। जानकारों की मानें तो इस मामले में सीबीआई द्वारा वन कटान में शामिल रहे लोगों और कुछ वन कर्मियों से भी पूछताछ की है। इसके अलावा कई अन्य लोगों से भी पूछताछ की गई है। वन रक्षक होशियार सिंह के बैग और उसके सरकारी आवास से पुलिस को सुसाइड नोट्स भी मिले थे, जिसमें कुछ लोगों के नामों का जिक्र किया गया था। इनमें वन कटान में शामिल क्षेत्र के कई लोगों के अलावा वन कर्मचारी भी हैं। वन कर्मचारियों की इस वन कटान में अहम भूमिका रही है। कतांडा बीट में सैकड़ों पेड़ों का कटान किया गया और यह कटान होशियार सिंह की तैनाती से पहले हुआ था। यह भी जांच में सामने आ रहा है कि वन रक्षक होशियार सिंह ने यहां अपनी ड्यूटी संभाली थी तो उस समय में पेड़ों के कटान की उसको जानकारी नहीं थी। बाद में बीट में कुछ जगह पेड़ कटे पाए गए। माना जा रहा है कि इससे भी होशियार सिंह अपने जीवन को समाप्त करने जैसा कदम उठाने पर विवश हो गया।

यह है सारा मामला

बीते साल नौ जून को वन रक्षक होशियार सिंह का शव करसोग के कतांडा में पेड़ पर लटका पाया गया था। होशियार सिंह कुछ दिन पहले अचानक लापता हो गया था। आरंभ में स्थानीय पुलिस ने इस मामले की जांच की और हत्या के तहत मामला दर्ज किया, लेकिन बाद में इसको आत्महत्या में बदल दिया गया। इसके बाद इस केस को सीआईडी को सौंपा गया, सीआईडी ने इसे आत्महत्या का मामला माना था, लेकिन लोग सीआईडी की इस जांच से खुश नहीं थे। इसके चलते यह मामला सीबीआई को सौंपा गया था।


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