एलपीएस की बैठक में चले लात-घूंसे

By: Sep 9th, 2018 12:05 am

केलांग— एशिया की दूसरी सबसे बड़ी सोसायटी की आम सभा में दो बार जमकर लात-घूंसे चले। पुलिस को हस्तक्षेप कर मामला शांत करना पड़ा। मामला गंभीर होता देख जिला पुलिस प्रमुख राजेश धर्माणी को खुद  आम सभा की बैठक में आना पड़ा। दरअसल एलपीएस के सदस्य लंबित चार मुद्दों को लेकर बोर्ड ऑफ डायरेक्टर पर कार्रवाई के लिए दबाव डालते रहे। आखिरकार एलपीएस प्रबंधन को सदस्यों के गुस्से के आगे घुटने टेकने पड़े। सभा में सर्वसम्मति से संस्था के पूर्व एमडी के कथित अनियमिताओं को लेकर पुलिस में एफआईआर दर्ज करने का प्रस्ताव पारित किया गया, जबकि एलपीएस की निदेशक मंडल को भंग करने, संस्था की मनाली स्थित तीन सितारा होटल की लीज डीड रद्द करने के साथ इसके टेंडर प्रक्रिया की जांच करने का प्रस्ताव पारित किया गया। वहीं, संस्था में किसी पर्याप्त शैक्षणिक योग्यता वाले शख्स को एमडी का कार्यभार सौंपने पर भी सहमति बनी। हंगामे को देख कर कैबिनेट मंत्री अपना भाषण देकर सभा से निकल पड़े। किसानों की तरफ  से जिप सदस्य एवं जनजातीय युवा मंच के जिला अध्यक्ष सुदर्शन जस्पा ने लंबित चार मांगों को लेकर एलपीएस प्रबंधन की जमकर  खिंचाई की। जस्पा ने कहा कि जब पूर्व एमडी के खिलाफ  विभागीय जांच में कथित घोटाले हो चुके हैं, इसके बावजूद प्रबंधन अधिकारी के खिलाफ  एफआईआर दर्ज क्यों नहीं करवा रहा है। होटल चंद्रमुखी को बिना टेंडर प्रक्रिया के ठेकेदार को क्यों कौडिय़ों के भाव लीज पर दिया गया। एलपीएस के केलांग निवासी 88 वर्षीय किसान सोनम उपासक ने कहा कि किसानों की मेहनत की कमाई के दम पर  संस्था की सांस चल रही है। बुजुर्ग किसान एलपीएस की कार्यप्रणाली से बेहद नाराज और खफा दिखे। तलजोन के किसान राकेश, जहलाम पंचायत प्रधान सुरेंद्र किरु, जसरत के मोहन,  हालिंग के सुरेंद्र ने कहा कि एलपीएस भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है। किसानों के गुस्से के आगे प्रबंधन को आखिरकार घुटने टेकने पड़े। एलपीएस के कार्यकारी एमडी राजेंद्र ने सदस्यों की तमाम मांगों को मानते हुए प्रस्ताव पारित करने की पुष्टि की है।

 


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