कम रिजल्ट पर अब टीजीटी नपेंगे
दसवीं में खराब नतीजे देने वाले शिक्षकों पर भी सरकार की नजर
शिमला —प्रदेश के सरकारी स्कूलों में दसवीं की बोर्ड परिक्षाओं में खराब रिजल्ट देने वाले टीजीटी शिक्षकों पर भी अब कार्रवाई की गाज गिरेगी। राज्य सरकार की ओर से शिक्षा सचिव ने कार्रवाई के निर्देश जारी कर दिए है। बता दंे कि दो माह पहले सरकार ने 10वीं के बोर्ड परिणाम में पुअर परफार्मंेस देने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई के आदेश दिए थे, लेकिन अभी तक विभाग ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की है। इस दौरान शिक्षा विभाग को 25 प्रतिशत से कम रिजल्ट देने वाले शिक्षकों का ब्यौरा तलब कर उसकी सूची विभाग की वेबसाइट पर डालने को कहा था। इसके साथ ही पूअर पालिसी के तहत इन शिक्षकों की इन्क्रीमेंट रोकने के निर्देश भी जारी किए गए थे, लेकिन अभी तक शिक्षा विभाग ने यह कार्रवाई नहीं की है। अहम बात है कि उच्च शिक्षा विभाग ने जमा दो कक्षा में कम रिजल्ट देने वाले शिक्षकों की इन्क्रीमेंट पर रोक लगा दी है, लेकिन 10वीं कक्षा में कम रिजल्ट देने वाले शिक्षकों को ब्यौरा अभी तक विभाग ने सभी जिलों से नहीं मंगवाया है। अब सरकार की ओर से कहा गया है कि खराब रिजल्ट देने वाले टीजीटी श्क्षिकों पर अगर कार्रवाई नहीं होती है, तो प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय की ही जवाबदेही होगी। उधर, शिक्षा सचिव डा. अरुण शर्मा का कहना है कि मामला ध्यान में आया है। विभाग को पूअर परफार्मेंस देने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई के आदेश दिए जाएंगे।
दो विभागों में उलझ गया था मामला
यह मामला प्रारंभिक व उच्च शिक्षा विभाग में उलझा हुआ था। प्रारंभिक विभाग का कहना था कि 10वीं कक्षा उच्च शिक्षा के अधीन आती है। ऐसे में उच्च शिक्षा विभाग ही इसमें कार्रवाई करेगा। दूसरी तरफ उच्च शिक्षा विभाग के मुताबिक टीजीटी प्रारंभिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत कार्य करते हैं। ऐसे में प्रारंभिक विभाग इन पर कार्रवाई करेगा। उल्लेखनीय है कि 12वीं के खराब परिणामों पर 38 पीजीटी की इन्क्रीमेंट रोकी गई थी।
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