कुपोषण खत्म करने को आंगनबाड़ी वर्कर्ज आगे

By: Oct 19th, 2018 12:01 am

हमीरपुर – पोषण अभियान को नई दिशा देने के लिए अब आंगनबाड़ी वर्कर्ज पढ़ाई करेंगी। इनके लिए प्रदेश सरकार ने 21 मॉड्यूल की पुस्तकें तैयार की हैं। इनका अध्ययन करने के बाद इनमें निहित बहुमूल्य जानकारियां लोगों तक पहुंचाई जाएंगी। कुपोषण को समाप्त करने के लिए शुरू किए गए पोषण अभियान में आंगनबाड़ी वर्कर्ज की भूमिका अब अहम होगी। इनके कंधों पर पोषण अभियान को सफल बनाने की जिम्मेदारी सौंपने की तैयारी हो रही है। बाल विकास विभाग के सौजन्य से तैयार 21 मॉड्यूल की पुस्तकों में पोषण से जुड़ी हरेक प्रकार की जानकारी शामिल है। यह 21 पुस्तकें पढ़ने के बाद आंगनबाड़ी वर्कर्ज इनमें निहित जानकारी गर्भवती महिलाआें, बच्चों व अन्य लोगों को देंगी। बच्चों व महिलाओं को पौष्टिक आहार की जानकारी भी आंगनबाड़ी केंद्रों में ही मिल जाएगी। सर्वे के अनुसार कुपोषण से ही सैकड़ों बच्चों की मौत हो जाती है। यह सरकार के लिए चिंता का सबब बना हुआ है। हालांकि कुपोषण को जड़ से मिटाने के लिए स्वास्थ्य महकमा भी पूरी तरह सक्रिय है। अब ग्राउंड लेवल पर ही कुपोषण को समाप्त करने के लिए आंगनबाड़ी वर्कर्ज की मदद ली जाएगी। इसके लिए पहले इनकी पढ़ाई होगी। आंगनबाड़ी केंद्रों में ही पढ़ाई के लिए पुस्तकें उपलब्ध करवाई जाएंगी। आंगनबाड़ी वर्कर्ज के लिए 21 मैड्यूल की पुस्तकें तैयार करवाई गई हैं। इनमें पोषण से जुड़ी हरेक जानकारी मौजूद है। इसके साथ ही कुपोषण के कारण, लक्षण, बचाव सभी शामिल है। मॉड्यूल में गृह भेंट योजना कैसे बनाएं या अपडेट करें, गृह भेंट की शुरुआत, आंगनबाड़ी केंद्र पर आयोजित सामुदायिक कार्यक्रम की योजना एवं आयोजन, नवजात शिशुओं में स्तनपान का अवलोकन, मासिक बैठक क्यों सहित अन्य कई अहम पाठ्य सामग्री रहेगी। अध्ययन के बाद आंगनबाड़ी केंद्रों में ही आंगनबाड़ी वर्कर्ज हरेक जनकारी देने में पूरी तरह सक्षम होंगी। इस तरह से अब आंगनबाड़ी वर्कर्ज पर सरकार ने अधिक विश्वास जताया है। बताया जा रहा है कि ग्राउंड लेवल पर काम शुरू करने के लिए आंगनबाड़ी वर्कर्ज को ट्रेनिंग देने का निर्णय लिय गया है। ग्रामीण क्षेत्रों का ज्यादा अनुभव आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को रहता है। पोषण अभियान के तहत अब इन्हें ही पूरी तरह से निपुण किया जा रहा है।


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