पंजाब के किसान को पीएम की शाबाशी

By: Oct 29th, 2018 12:01 am

‘मन की बात’ में गुरबचन सिंह का जिक्र, समधी से पराली न जलाने का वचन

नई दिल्ली -प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धान की पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए पंजाब के एक किसान गुरबचन सिंह की मिसाल देते हुए देशवासियों से इसका अनुसरण करने को कहा है। श्री मोदी ने रविवार को रेडियो पर अपने मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कहा कि श्री सिंह ने एक ऐसा असाधारण कार्य किया है, जो सबके लिए मिसाल है और इससे लोगों की मानसिकता बदलने तथा समाज को नई दिशा देने में मदद मिली है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ दिन पहले मैं पंजाब के किसान भाई गुरबचन सिंह के बारे में पढ़ रहा था। एक सामान्य और परिश्रमी किसान गुरबचन सिंह के बेटे का विवाह था। विवाह से पहले उन्होंने दुल्हन के माता-पिता से कहा था कि हम शादी सादगी से करेंगे। फिर अचानक उन्होंने कहा कि मेरी एक शर्त है और आजकल जब शादी-ब्याह के समय शर्त की बात आती है, तो आमतौर पर लगता यही है कि सामने वाला कोई बड़ी मांग करने वाला है। कुछ ऐसी चीजें मांगेगा जो शायद बेटी के परिवारजनों के लिए मुश्किल हो जाएं, लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा ये तो भाई गुरबचन सिंह थे सादे-सीधे किसान, उन्होंने दुल्हन के पिता से जो कहा, जो शर्त रखी, वह हमारे समाज की सच्ची ताकत है। गुरबचन सिंह जी ने उनसे कहा कि आप मुझे वचन दीजिए कि अब आप खेत में पराली नहीं जलाएंगे। श्री मोदी ने कहा कि आप कल्पना कर सकते हैं, कितनी बड़ी सामाजिक ताकत है इसमें। गुरबचन सिंह जी की ये बात लगती तो बहुत मामूली है, लेकिन ये बताती है कि उनका व्यक्तित्व कितना विशाल है। एक अन्य घटना का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मैंने पंजाब के एक और गांव कल्लर माजरा के बारे में पढ़ा है, जो नाभा के पास है। कल्लर माजरा इसलिए चर्चित हुआ है, क्योंकि वहां के लोग धान की पराली जलाने की बजाय उसे जोतकर उसी मिट्टी में मिला देते हैं, उसके लिए जो प्रौद्येगिकी उपयोग में लानी होती है, वो जरूर लाते हैं।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App