पॉलिसी तो छोडि़ए, पगार के भी लाले
प्रदेश भर के कम्प्यूटर शिक्षकों को दो महीने से नहीं मिला वेतन
हमीरपुर – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत को डिजिटल बनाने की बात कर रहे हैं, लेकिन जो भावी पीढ़ी को डिजिटल बनाने वाले हैं, वे अपनी पगार को तरस रहे हैं। जानकारी के अनुसार अरसे से अपने लिए पॉलिसी की मांग कर रहे 1383 कम्प्यूटर शिक्षकोें को दो माह से वेतन ही नहीं मिल पाया है। बता दें कि कार्यकाल के हिसाब से इन कम्म्प्यूटर शिक्षकों को तीन कैटेगरी में वेतन मिलता है, जिसमें अधिकतम वेतन 15 हजार रुपए है। इसमें से भी कटकर इनके हाथ में करीब साढ़े 11 हजार रुपए आते हैं। जानकारी के मुताबिक प्रदेश के स्कूलों में सेवाएं देने वाले कम्प्यूटर शिक्षकों को अगस्त और सितंबर का वेतन आज तक नहीं मिल पाया है। बताते चलें कि वर्ष 1998 में सरकार ने कुछ स्कूलों में कम्प्यूटर शिक्षकों की तैनाती की थी। वर्ष 2000 में हर स्कूल में कम्प्यूटर शिक्षक तैनात कर दिए गए। शुरुआत में इन्हें 2800 रुपए वेतनमान दिया जाता था। बाद में धीरे-धीरे यह बढ़ता रहा। इनकी नियुक्ति शिक्षा विभाग के थ्रू न कर एक कंपनी के जरिए करवाई गई थी। वेतन शिक्षा विभाग ही देता है, लेकिन यह कंपनी के माध्यम से आता है।
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