बिजली बोर्ड को डेढ़ करोड़ का झटका
केलांग—लाहुल-स्पीति में आसमान से बरसी सफेद आफत ने बिजली बोर्ड को करीब डेढ़ करोड़ रुपए का झटका दिया है। यहां आज भी जिला मुख्यालय में विद्युत व्यवस्था बहाल नहीं हो पाई है और लोग अंधेरे में ही समय बिताने को मजबूर हैं। प्रचंड ठंड के बीच लोग दिन तो जैसे-तैसे काट रहे हैं, लेकिन रात को समय बिताना खासा मुश्किल हो रहा है। लाहुल में सितंबर माह में हुए भारी हिमपात के कारण यहां बिजली की तारें सड़कों पर गिर चुकि हैं और कुछ क्षेत्रों में ट्रांसफार्मर भी जल गए हैं। हालांकि बिजली बोर्ड ने कुल्लू से भी अपने कर्मियों को लाहुल में विद्युत व्यवस्था बहाल करने के लिए तैनात कर रखा है, लेकिन नुकसान इतना ज्यादा है कि युद्ध स्तर पर काम करने के वाबजूद जिला मुख्यालय में अभी तक विद्युत व्यवस्था बहाल नहीं हो पाई है। ऐसे में जहां लाहुल में सरकारी कार्यालयों में कामकाज प्रभावित हो रहा है, वहीं इंटनेट सेवा भी घाटी में लोगों को जवाब दे चुकि है। लिहाजा लाहुल में विद्युत व्यवस्था के बहाल न हो पाने के कारण लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बिजली बोर्ड के अधिकारियों के हवाले से कहें तो पटन व कारगा में विद्युत व्यवस्था को बहाल कर दिया गया है। उधर, उपायुक्त लाहुल-स्पीति अश्वनी कुमार चौधरी का कहना है कि घाटी में विद्युत व्यवस्था को बहाल करनवाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बोर्ड को बर्फबारी के कारोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि केलांग में रविवार शाम तक विद्युत व्यवस्था बहाल करने की बात उन्हें बोर्ड के अधिकारियों ने कही है। लाहुल के गांव जहां बर्फ से लदे हुए हैं, वहीं यहां पर गत 17 दिनों से विद्युत व्यवस्था ठप पड़ी हुई है। ऐसे मंे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उधर, स्थानीय विधायक एवं कृषि मंत्री डा. रामलाल मार्कंडेय ने कहा कि बिजली बोर्ड के कर्मियों को जल्द से जल्द घाटी में विद्युत व्यवस्था बहाल करने के लिए कहा गया है। उनका कहना है कि बर्फबारी के कारण लाहुल में बोर्ड का कारोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है।
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