बुराइयों का समाज को करना पड़ेगा बहिष्कार

By: Oct 12th, 2018 12:10 am

 चंबा-एसपी चंबा डा. मोनिका भुटुंगरू ने कहा कि बुराइयों को खत्म करने के लिए कानून तो बन गए हैं, लेकिन जब तक समाज बुराइयों के खिलाफ खड़ा नहीं होता या बुराइयों का बहिष्कार नहीं करता, तो कानून भी कारगर साबित नहीं हो पाता। उन्होंने कहा कि जिस बुराई को समाज ने नकारा है उन बुराइयों का समाज से सफाया हुआ है। वह गुरुवार को महिला जनप्रतिनिधियों के लिए आयोजित कार्यशाला के दूसरे दिन बतौर मुख्यातिथि बोल रही थीं। डा. मोनिका ने कहा कि हर दिन उनके पास घरेलू हिंसा के मामले आते हैं, जिसका मुख्य कारण शराब या कई अन्य नशा है। नशे की हालत में पुरुष महिलाओं से मारपीट करते हैं। डा. मोनिका ने खेद जताया कि लोग नशे के खिलाफ  लड़ने के लिए आगे नहीं आ रहे। लोग ये तो चाहते हैं कि प्रशासन और सरकार सब कुछ करे, लेकिन खुद लोग कोई भी पहलक दमी नहीं करना चाहते। उन्होंने कहा कि हम अपने हकों के प्रति तो जागरूक हो गए हैं, लेकिन कर्त्तव्य पालन में हम सचेत नहीं रहते। उन्होंने कहा कि लोगों में निराशावाद है। लोगों ने समाज में होेने वाली गलत बातों को सहज मान कर अपना लिया हैै वे उसके खिलाफ  बोलना नहीं चाहते। दूसरा हम बेटियों को सपने तो दिखा देते हैं, लेकिन उन्हें आगे बढ़ने से खुद ही रोकते हैं। जमा दो तक पढ़ाकर उन्हें कालेज नहीं भेजते। डा. मोनिका ने महिला जन प्रतिनिधियों को हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी भी दी। जिला कार्यक्रम अधिकारी समेकित बाल विकास परियोजना सत्यपाल वर्मा ने महिलाओं को विभिन्न योजनाओं से करवाया अवगत।  पंचायत प्रतिनिधि स्कीमों और योजनाओं को लोगों तक पहुचाने का सशक्त माध्यम हैं। उन्होंने सरल ढंग से महिलाओं को स्कीमों के लाभ और उनमें जुड़ने की प्रक्रियाओं की जानकारी दी। राज्य संसाधन केंद्र की स्रोत व्यक्ति मीनू पन ने महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों की जानकारी देते हुए कहा कि समूह महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए कारगर औजार है। उन्होंने कहा कि महिलाएं छोटी बचत के माध्यम से अपना कोई व्यवसाय भी चला सकती हैं।


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