रैहन में स्वामी राघवानंद की कृपा

By: Oct 2nd, 2018 12:05 am

रैहन —श्री गणेशाय नमः स्पोर्ट्स स्टेडियम रैहन में जारी श्रीममद्भागवत महापुराण सप्ताह ज्ञान यज्ञ के सातवें दिन श्रीधाम वंृदावन से पधारे स्वामी राघवानंद जी महाराज ने कहा कि भक्तों की रक्षा करने के लिए भगवान श्रीकृष्ण हमेशा तत्पर रहते हैं। द्रोपदी हर तरफ  से निराश हुई। इसके बाद में श्रीकृष्ण को याद किया। भगवान ने द्रोपदी के वस्त्रों की वृद्धि कर रक्षा की। स्वामी ने कहा कि भगवान प्रेम भक्ति से प्रसन्न होते हैं। मन इच्छित आशीर्वाद देते हैं। भगवान श्रीकृष्ण जी विवाह प्रसंग का वर्णन किया। भगवान सबसे प्रेम करे हैं, चाहे मनुष्य अमीर हो या गरीब जो भगवान को याद करते हैं, उनको भगवान भी याद करते हैं। जब सुदामा जी द्वारा द्वारकापुरी में श्रीकृष्ण से मिलने के लिए गए भगवान ने उनका बहुत सम्मान पैर धोए आंखों से आंसुओं के जल से पैर धोए बहुत समझाया। भोजन करवाया सेवा भक्ति से ब्राह्मण को प्रसन्न किया। चावल को खाकर संतुष्ट हुए और उनकी सोने की नगरी बनवा दी। अपार संपत्ति दी। मित्र वही जो मित्र के दुख को देखकर दुखी हो जाए और सुख को देख कर सुखी हो जाए, वही मित्र कहलाता है। श्रीकृष्ण श्री सुदामा जी मित्रता शिक्षाप्रद है। ‘जे न मित्र दुख होये दुखारी। तिन्ह विलोकत पातक भारी’। स्वामी जी ने कहा जो श्रद्धा भक्ति से कथा श्रवण करता है। उसके पितरों को उद्धार हो जाता है। सुख शांति का आशीर्वाद पितर देते हैं। मनुष्य का कल्याण होता है। कथा श्रवण पितर पक्ष में विशेष फल देता है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App