वन विभाग ने मांगा नया मैप 

By: Oct 17th, 2018 12:05 am

केवी के नाम जमीन स्थानांतरित करने के लिए महकमे ने दी दलील

घुमारवीं —केंद्रीय विद्यालय घुमारवीं के नाम जमीन करने के लिए औपचारकिताएं पूरी करने को अब वन विभाग ने चिन्हित भूमि का नए मैप व ले आउट की मांग की है। विभाग ने भेजे गए पुराने मैप में कुछ खामियां बताई है। नए मैप में जमीन का पूरा ले आउट, विद्यालय का भवन, नालियां व रास्तों का निर्माण तथा गेट सहित अन्य दर्शाना होगा। वन विभाग की इस औपचारकिता को पूरा करने के लिए शिक्षा विभाग ने कंेद्रीय विद्यालय को प्रेषित कर दिया है। इसके बाद केंद्रीय विद्यालय का इंजीनियर साइट का विजट करेगा। इसके बाद वन विभाग के मांगे गए मैप के अनुसार पूरा ले आउट तैयार किया जाएगा। मैप को शिक्षा विभाग ऑनलाइन वन विभाग को भेजेगा। सभी औपचारकिताएं पूरी होने के बाद केंद्रीय विद्यालय घुमारवीं के नाम जमीन हो सकेगी। केंद्रीय विद्यालय घुमारवीं के पास अपना भवन नहीं है। विद्यालय को जमीन उपलब्ध करवाने के लिए वन विभाग की जमीन चिन्हित की है। लगभग 2.26 हेक्टेयर भूमि में बनने वाले केंद्रीय विद्यालय के जमीन की पैमाइश सहित अन्य औपचारकिताएं पूरी कर ली गई है। जमीन स्थानांतरण करने के लिए वन विभाग के पास केस भी प्रेषित कर दिया था। लेकिन, वन विभाग ने अब चिन्हित भूमि का मैप व ले आउट की औपचारकिता पूरी करने की मांग की है। विभाग की औपचारकिता पूरी होने के बाद यह भूमि केंद्रीय विद्यालय के नाम होगी। इसके बाद ही यहां पर कोई काम हो सकेगा। बता दें कि घुमारवीं में साल 2012 में केंद्रीय विद्यालय खोला गया था। केंद्रीय विद्यालय की अपनी बिल्डिंग न होने के कारण पिछले छह सालों से बच्चों की कक्षाएं एक निजी भवन में ही चल रही है। पहली से दसवीं कक्षा तक करीब 300 से 350 बच्चे यहां पर शिक्षा ग्रहण करते हैं। घुमारवीं में केंद्रीय विद्यालय बिल्ंिडग के निर्माण के लिए वन विभाग की 2.26 हेक्टेयर भूमि भी चयनित कर ली है। लेकिन, अभी तक औपचारकिताएं पूरी न होने के कारण अभी तक यह काम अधर में लटका हुआ है। वन विभाग की भूमि को केंद्रीय विद्यालय के नाम करने के लिए अब जमीन का मैप व ले आउट की औपचारकिता पूरी करनी होगी। इसके बाद ही वन विभाग की यह जमीन केंद्रीय विद्यालय के नाम हो सकेगी। शिक्षा विभाग ने इस औपचारकिता को पूरा करने के लिए केंद्रीय विद्यालय को भेज दिया है। इसके बाद ही यह औपचारकिता पूरी होगी।


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