238 देवी-देवताओं को मिलेगा नजराना

By: Oct 23rd, 2018 12:15 am

कुल्लू – सबसे बडे़ देव समागम यानी अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव  में विराजमान मुआफीदार और गैर मुआफीदार देवी-देवता को ही नजरना मिलेगा। बढ़े हुए देवी-देवताओं को नजराना मिलेगा या नहीं यह फैसला जयराम सरकार अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव के समापन अवसर पर ही करेगी। हालांकि जिन मुआफीदार और गैर मुआफीदार देवी-देवताओं का नजराना मिलना है, उनका खाका तैयार किया जा रहा है। बढ़े देवी-देवताओं के नजराने का फैसला दशहरा कमेटी नहीं,सरकार करेगी। अब तक की जानकारी के मुताबिक इस बार कुल देवी-देवताओं की संख्या 266 पहुंच गई है। यह संख्या पिछले कई दशकों की भांति काफी बढ़ गई है। उत्सव में विराजमान हुए उक्त देवी-देवताओं से 238 देवी-देवताओं को नजराना मिलेगा, जबकि अन्य 28 देवी-देवताओं का नजराने पर फिलहाल संशय बना हुआ है। पिछले वर्ष भी बिना निमंत्रण और बिना पंजीकरण वाले देवी-देवता जो दशहरा उत्सव में नहीं आए थे, उन्हें नजराना नहीं मिला था। पिछले वर्ष 15 देवी-देवता बढे़ थे, जो बिना निमंत्रण के आए थे। यह देवी-देवता पंजीकृत 305 देवी-देवताओं से नहीं थे। इस बार संख्या 28 पहुंच गई है। जानकारी के अुनसार इस बार कुल 238 देवी-देवता को नजराना मिलने की खाका लगभग तैयार है। यह देवी-देवता प्रशासन की फाइल में भी दर्ज है,जिसमें 137 मुआफीदार और 101 गैर मुआफीदार देवी-देवता है। इस बार 1999 के बाद दो और देवता आए हैं, उन्हें भी नजराना मिलेगा। बता दें कि हालांकि वर्ष 2015 में देवी-देवताओं के नजराने में 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी। इसके अगले वर्ष यानी 2016 में मात्र पांच प्रतिशत नजराना बढ़ाया गया था और 2017 में एक प्रतिशत बढ़ोतरी कर सात प्रतिशत कर दिया था। इस बार सत्ता में नए सरकार बैठी है और देव समाज को पूरी उम्मीद है कि नजराना राशि बढ़ सकती है। बीते वर्ष 236 देवी-देवताओं को दशहरा कमेटी ने 75 लाख, 57850 रुपए नजराना राशि व्यय की थी। इस बार देवता और बढ़े हैं। ऐसे में नजराना राशि का आंकड़ा बढ़ सकेगा। जानकारी के अनुसार इस वर्ष देवी-देवताओं को नजराना राशि कैश में ही दी जा सकती है। हालांकि वर्ष 2015 में ऑनलाइन प्रक्रिया से नजराना राशि दी गई थी, लेकिन उस समय कई देवी-देवताओं का खाता नहीं होने के चलते दिक्कत आई थी। फिर 2016 में कैश से ही राशि दी गई थी। इस वर्ष भी कैश से देवी-देवता की राशि देने की योजना पर विचार चल रहा है।

कैश चाहते हैं कारकून

देवी-देवता के कारकून नजराना राशि को कैश में ही चाहते हैं। क्योंकि दूर दराज क्षेत्र से आने वाले देवी-देवताओं के यात्रा के दौरान नजराना राशि को आसानी से खर्चा जा सकता है। इस बार आउटर सिराज के देवी-देवताओं कारकूनों ने सरकार से राशि में बढ़ोतरी करने की उम्मीद जताई है। वहीं, 238 देवी-देवताओं के बजंतरियों को भी अलग से प्रति देवी-देवता 10 हजार रुपए मिलेंगे। इन्होंने ने भी सरकार से राशि को बढ़ाने की उम्मीद जताई है। उपायुक्त कुल्लू यूनुस ने बताया कि निमंत्रण वाले मुआफीदार और गैर मुआफीदार देवी-देवता को नजराना दिया जाएगा।


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