ट्रैक्टर के पीले रंग का पचड़ा खत्म, सिर्फ हरी पट्टी  लगेगी

By: Nov 9th, 2018 12:20 am

सरकार ने दी राहत, पांच हेक्टेयर वाले भी कर सकेंगे खरीद

  हमीरपुर —प्रदेश सरकार ने ट्रैक्टर मालिकों के हक में बड़ा फैसला देते हुए उन्हें राहत प्रदान की है। इसके तहत अब ट्रैक्टर के लिए लगाई गई कलर की कंडीशन समाप्त कर दी है। साथ ही टै्रक्टर खरीदने के लिए जो 25 हेक्टेयर जमीन की शर्त रखी गई है, वे भी हटा दी गई है। अब अगर आपके पास पांच हेक्टेयर जमीन होगी तो भी आप ट्रैक्टर खरीद सकेंगे। बता दें कि खनन मामलों को देखते हुए सरकार ने कामर्शियल यूज के लिए ट्रैक्टरों की रजिस्ट्रेशन पर पहले ही प्रतिबंध लगा दिया है।  स्टेट ट्रांसपोर्ट अथारिटी द्वारा ट्रैक्टर खरीद के लिए किए गए नियमों के इन बदलाव से न केवल प्रदेश के 30 हजार टै्रक्टर मालिकों को फायदा होगा, बल्कि कम जमीन वाले भी अब खेतीबाड़ी के लिए आसानी से ट्रैक्टर खरीद सकेंगे। बता दें कि ‘दिव्य हिमाचल’ ने आठ मई, 2018 के अंक में इस समस्या को उठाया था। पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में अक्तूबर, 2017 में सरकार की ओर से नोटिफिकेशन निकाली गई थी कि जो ट्रैक्टर कामर्शियल यूज के लिए होंगे, उनका रंग पीला होना चाहिए और जो एग्रीकल्चर पर्पज के लिए हैं उनका रंग हरा। चूंकि लोगों के पास कई रंगों के ट्रैक्टर हैं, ऐसे में रंगों की अनिवार्यता पासिंग में रोड़ा बन गई थी। प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद मार्च में ऊना के झोहड़ोवाल में मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि सरकार ट्रैक्टरों में रंगों का यह झंझट खत्म कर देगी। सरकार की ओर से जारी किए गए नए निर्देशों के मुताबिक अब चाहे ट्रैक्टर किसी भी रंग का हो, मालिक को केवल उसमें छोटी सी हरे रंग की पट्टी लगानी होगी। इसी के साथ अगर किसी के पास पांच हेक्टेयर जमीन है, तो भी टै्रक्टर खरीद सकेंगे। अगर कोई ट्रैक्टर लेना चाहता है और उसकी अकेले की जमीन पांच हेक्टेयर से कम है, तो उसके भाई या बहन की जमीन को मिलाकर पांच हेक्टेयर हो जाती है तो भी ट्रैक्टर खरीद सकेंगे। इसके लिए केवल टै्रक्टर खरीदने वाले के भाई-बहन को एक एफेडेविट देना होगा कि हमें इससे कोई आपत्ति नहीं है। बता दें कि प्रदेश में अब केवल कृषि के लिए ही टै्रक्टरों का पंजीकरण किया जाता है, जिसके लिए सरकार ने पहले ही अधिसूचना जारी कर दी थी। इसके पीछे कारण यह बताया गया था कि अवैध खनन जैसे मामलों में टै्रक्टरों की भूमिका सबसे अधिक होती है।

सिर्फ एक कंपनी का ट्रैक्टर हरा

सिर्फ  जॉन डीर ही एकमात्र कंपनी है, जिसके ट्रैक्टर हरे रंग के होते हैं। इसके अलावा सोनालिका, महिंद्रा,  मैसी फुर्गसन और स्वराज भी यलो और ग्रीन कलर के ट्रैक्टर नहीं बनाता। सोनालिका के ट्रैक्टर नीले कलर में आते हैं। मैसी फुर्गसन और महिंद्रा कंपनी के ट्रैक्टर रेड कलर के हैं। स्वराज कंपनी नीले और लाल कलर के ट्रैक्टर बनाती है।


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