डेढ़ लाख ने छोड़ा सरकारी स्कूल
एसएसए की यू-डाइस रिपोर्ट में खुलासा पांच साल में घटी छात्रों की तादाद
शिमला—हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों से हर साल 15 हजार बच्चे कम हो रहे हैं। यह खुलासा सर्वशिक्षा अभियान की यू-डाइस रिपोर्ट में हुआ है। अहम है कि पिछले पांच वर्षों में सरकारी स्कूलों से डेढ़ लाख छात्रों ने मुंह मोड़ा है। यू- डाइस रिपोर्ट से साफ हुआ है कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों से छात्रों की इनरोलमेंट बढ़ने की बजाय हर साल घटती जा रही है। छात्रों की संख्या घटने के बाद अब शिक्षा विभाग ने एक बार फिर यू-डाइस की पुरानी रिपोर्ट को देखते हुए इस साल छात्रों की एनरोलमेंट कैसे बढ़ानी है, इस पर योजना अभी से ही बनानी शुरू कर दी है। हर साल सरकारी स्कूलों में छात्रों की संख्या बढ़ने की बजाय घटने की सबसे बड़ी वजह यही बताई जा रही है कि अभी भी सरकारी स्कूलों की सुविधाएं अभिभावकों को नहीं भा रही हैं। यहां तक कि पिछले कुछ वर्षो में सरकारी स्कूलों में शुरू हुई ऑनलाइन स्टडी से भी छात्र व अभिभावक संतुष्ट नहीं हैं। बता दें कि हर साल प्राइमरी कक्षा के छात्र ही निजी स्कूलों में दाखिला लेते हैं। एसएसए का दावा है कि प्राइमरी से हर साल 10 हजार से ज्यादा छात्र सरकारी स्कूलों से निकलकर प्राइवेट स्कूलों में प्रवेश लेते हैं। एसएसए के अनुसार वर्तमान में लाहुल-स्पीति, कांगड़ा, मंडी, शिमला व सिरमौर जिला के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी की वजह से छात्रों की संख्या में हर साल गिरावट हुई है। एसएसए ने यू-डाइस की पांच साल तक की रिपोर्ट को दूसरी बार स्टडी की है। वहीं, जिलों को इस बार छात्रों की इनरोलमेंट बढ़ाने के लिए अभी से ही प्रयास करने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य परियोजना निदेशालय के निदेशक आशीष कोहली ने बताया कि यू-डाइस की रिपोर्ट के मुताबिक बेशक हर साल छात्रों की संख्या में गिरावट आई हो, लेकिन प्री-नर्सरी कक्षाएं शुरू होने के बाद तीन सालों में ही छात्रों की संख्या फिर बढ़ जाएगी। एसएसए ने प्री-नर्सरी कक्षा को अब छात्रों की एनरोलमेंट बढ़ाने के लिए सबसे बेहतर बताया है। विभाग का दावा है कि जब तीन माह में प्री-नर्सरी में 25,000 नौनिहाल दाखिला ले सकते हैं तो हर साल यह आंकड़ा और बढ़ेगा और सरकारी स्कूलों में छात्रों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। भारत सरकार के निर्देशों के बाद प्रदेश में शुरू हुई प्री-नर्सरी कक्षा से अभिभावक तीन साल के मासूमों को स्कूलों में दाखिल करवा रहे है। उल्लेखनीय है कि राज्य के सरकारी स्कूलों में हिमाचल सरकार ने छात्रों की एनरोलमेंट बढ़ाने के लिए नई योजनाएं शुरू की हैं, जिसमें निजी स्कूलों की तर्ज पर छात्रों को सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं। इसके अलावा शिक्षकों की कमी को भी दूर किया जा रहा है। अब शिक्षा विभाग का दावा है कि वर्ष 2019 की यू-डाइस रिपोर्ट में सरकारी स्कूलों में छात्रों की संख्या इजाफा होगा। राज्य परियोजना निदेशालय के निदेशक आशीष कोहली ने कहा कि सभी जिलों को निर्देश दिए गए हैं कि प्री-नर्सरी में छात्रों की एनरोलमेंट को बढ़ाया जाए। वहीं, शिक्षक व प्रिंसीपल अपने लेवल पर अपने स्कूलों में नए सत्र से छात्रों का दाखिला प्री-नर्सरी में करवाएं।
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