नाहन बस स्टैंड पर हंगामा

By: Nov 30th, 2018 12:10 am

नाहन—जिला पुलिस द्वारा हाल ही में श्रीरेणुकाजी-नाहन मार्ग पर हुए ओवरक्राउड बस हादसे के बाद बसों पर क्षमता से अधिक सवारियों के बिठाए जाने पर की जा रही कार्रवाई गुरुवार को पुलिस प्रशासन व एचआरटीसी पर भारी पड़ी। नाहन स्थित अंतरराज्यीय बस अड्डे पर सैकड़ों की संख्या में विद्यार्थियों व अन्य यात्रियों ने पुलिस प्रशासन के सख्त रवैये के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। इस दौरान बस अड्डा नाहन पर घंटांे यातायात ठप रहा तथा रोष प्रकट कर रहे विद्यार्थियों व अन्य यात्रियों ने निजी व सरकारी बसों को घंटांे बस स्टैंड पर रोककर रखा। विद्यार्थियों व अन्य यात्रियों का तर्क था कि पुलिस ओवरलोड बस के चालान तो कर रही है परंतु यात्री बसों की कमी की वजह से किस प्रकार अपने घरों को पहुंचे इसका समाधान पहले पुलिस व प्रशासन निकाले। इस दौरान बस स्टैंड नाहन पर अफरा-तफरी का माहौल रहा। रोष प्रकट कर रहे यात्रियों ने न तो बस स्टैंड से लोकल बसों को जाने दिया न ही लांग रूट की बसें बस स्टैंड से बाहर निकलने दी। इस बीच करीब तीन से चार घंटे नाहन बस स्टैंड पर पूर्ण रूप से अव्यस्था का आलम रहा तथा लांग रूट की बसों में सफर करने वाले यात्रियों को मुश्किल का सामना करना पड़ा। गौर हो कि रेणुकाजी बस हादसे के बाद पुलिस ने ओवरलोड बसों पर शिकंजा कस दिया है तथा मात्र दो दिनों के भीतर करीब दो दर्जन निजी व सरकारी बसों के चालान जिला के विभिन्न हिस्सों में किए गए हैं। छात्रों व अन्य यात्रियों का गुस्सा दरअसल इसलिए भी फूटा कि लोकल रूट पर बसों की संख्या इक्का-दुक्का ही है। यदि इन बसों मंे सवारियों को क्षमता के हिसाब से बिठाया जाता है तो दर्जनों यात्री अपने घरों को ही नहीं पहुंच पाएंगे। यही नहीं एचआरटीसी की बसों से भी सवारियों को उतारा जा रहा है। कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नाहन की करीब दो दर्जन छात्राएं गुन्नूघाट से एचआरटीसी की बस में बैठी तथा मात्र दो किलोमीटर दूर सब्जी मंडी के समीप पुलिस के चैकिंग के दौरान सभी छात्राओं को मझधार मंे सड़क पर उतार दिया गया। जिस मार्ग पर छात्राओं को जाना था उस पर केवल एकमात्र बस ही एचआरटीसी की स्कूल के अवकाश के दौरान उपलब्ध है। यदि छात्राओं को निजी बसों में सफर करना पड़े तो इसके लिए उन्हें किराया अदा करना होगा, जबकि सरकार ने सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियांे के लिए बसों में निःशुल्क सुविधा उपलब्ध करवाई है। यही नहीं विद्यार्थी दो दिनों से स्कूल भी समय पर नहीं पहुंच पा रहे हैं। इसका कारण यह है कि एचआरटीसी व निजी बसों के चालक रास्ते से सवारियों को नहीं बिठा रहे हैं, जिसके चलते विद्यार्थियों को देरी से स्कूल पहुंचना पड़ रहा है। गुरुवार को इसी वजह से नाहन बस स्टैंड पर हंगामा हुआ तथा चार बजे के आसपास जब पुलिस मौके पर पहुंची तथा बसों को खचाखच भरकर जाने की इजाजत दी गई तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ। गौर हो कि जिला सिरमौर के पहाड़ी क्षेत्रांे जिसमें शिलाई, हरिपुरधार, संगड़ाह, श्रीरेणुकाजी, सतौन, सराहां, सोलन मार्ग पर नाममात्र की बसें उपलब्ध हैं। बसों की कमी की वजह से यात्री मजबूरी में क्षमता से अधिक बसों में सफर करने को मजबूर हैं। छात्रों व अन्य यात्रियों का तर्क है कि यदि पुलिस व प्रशासन बसों में क्षमता से अधिक सवारियां नहीं रखना चाहती है तो इसके लिए अतिरिक्त बसों की सुविधा उपलब्ध करवाई जानी चाहिए। ऐसे मंे पुलिस, प्रशासन भी कड़ी कार्रवाई को लेकर असमंजस की स्थिति मंे आ गया है। गौर हो कि जिला सिरमौर के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के सरकारी स्कूलों मंे पढ़ने वाले विद्यार्थियों के अलावा कालेजों के विद्यार्थियों ने बसों के पास बनवाए हुए हैं। ऐसे मंे इन विद्यार्थियों के पास घर पहुंचने का अन्य कोई साधन नहीं है, जिसके चलते मजबूरी में ओवरलोड बसों में सफर करना पड़ रहा है।

जीवनसंगी की तलाश है? तो आज ही भारत  मैट्रिमोनी पर रजिस्टर करें- निःशुल्क  रजिस्ट्रेशन!


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App