बद्दी में खाद्य पदार्थों की जांच
सरकार ने दिए लैब बनाने के निर्देश, आठ करोड़ से होगा निर्माण
शिमला —बद्दी में खाद्य और दवा जांच लैब शुरू करने के लिए प्रदेश सरकार गंभीर हो गई है। प्रदेश सरकार ने निर्देश जारी किए हैं कि बद्दी में लैब का निर्माण किया जाए। वहीं, सरकार ने कंडाघाट लैब के लिए अनुबंध पर 10 कर्मचारी रखने के निर्देश जारी कर दिए हैं। इस लैब की लागत करीब आठ करोड़ बताई जा रही है, जिसे नव वर्ष तक तैयार करने के लिए कहा गया है। अभी प्रदेश की स्थिति देखें तो हर त्योहार पर प्रदेश के लोगों को घटिया मिठाई खानी पड़ रही है। इस बार भी दिवाली से पहले प्रदेश भर से 90 सैंपल खाद्य पदार्थों के जांच के लिए कंडाघाट लैब भेजे गए हैं, लेकिन इस लैब में मात्र दो ही फूड इंस्पेक्टर हैं, जिस कारण सैंपल की जांच पूरी ही नहीं हो पाई है। इनकी रिपोर्ट तैयार होने में भी अभी लगभग आठ दिन और लग सकते हैं, जिसे देखते हुए अब प्रदेश सरकार ने बद््दी लैब जल्द तैयार करने के निर्देश दिए हैं। वहीं, कंडाघाट लैब में कर्मचारियों की तैनाती के बारे में भी कहा है। इस बार दूध से बनी मिठाइयों के सैंपल ज्यादा हैं, जिसमें 38 सैंपल कंडाघाट लैब में जांचे जा रहे हैं। वहीं, बाकी सैंपल त्योहारों के समय बिकने वाले अन्य खाद्य पदार्थों के हैं।
कब से बंद पड़ी हैं मोबाइल वैन
पिछले साल भारत सरकार की ओर से दो फूड टेस्टिंग मोबाइल वैन प्रदेश सरकार को भेजी गई थीं, लेकिन प्रदेश सरकार यह वैन चलाने के लिए स्टाफ ही नहीं दे पाई, तब से कंडाघाट लैब के बाहर ये दोनों बंद पड़ी हैं। फिलहाल यदि ये मोबाइल टेस्टिंग लैब वैन चल पातीं, तो समय रहते स्पॉट पर यह पता चल पाता कि आखिर यह मिठाई शुद्ध है या घटिया। बता दें कि हर त्योहार पर प्रदेश से 40 से 50 सैंपल सब-स्टैंडर्ड के आते हैं।
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