मां रेणुका से मिलने पहुंचे भगवान परशुराम

By: Nov 19th, 2018 12:10 am

नाहन—हिमाचल के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ व उत्तराखंड के लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक अंतरराष्ट्रीय श्रीरेणुकाजी मेला रविवार को आरंभ हो गया। छह दिवसीय इस मेले का शुभारंभ प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ददाहू स्थित डा. वाईएस परमार राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के परिसर से जिला के विभिन्न हिस्सों से आई देव पालकियों को कंधा देकर किया। हजारों की संख्या में श्रद्धालु सुबह से ही श्रीरेणुकाजी मेले में पहुंचने शुरू हो गए थे। इसके बाद देव पालकियों के साथ विभिन्न स्थानों से हजारों श्रद्धालु पहले ददाहू पहुंचे जहां से मुख्यमंत्री ने पालकियों को श्रीरेणुकाजी के लिए रवाना किया। इस दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने उपस्थित जनसमूह का आह्वान किया कि वह प्रदेश की परंपराओं व संस्कृति के संरक्षण में आगे आएं। भगवान श्री परशुराम के अपनी माता श्रीरेणुकाजी से मिलने के लिए दशमी की पूर्व संध्या पर श्रीरेणुकाजी के आगमन में यह मेला मां-बेटे के वार्षिक मिलन का अनूठा संगम है। हर वर्ष देव प्रबोधिनी एकादशी के अवसर पर पारंपरिक रेणुका उत्सव श्रीरेणुकाजी झील व भगवान परशुराम ताल के इर्द-गिर्द मनाया जाता है। इस मेले में देश भर के लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं। परंपरा के अनुसार भगवान परशुराम की पालकी जामूकोटी से प्राचीन मंदिर श्रीरेणुकाजी लाई जाती है, जिसमें भगवान परशुराम सवार होकर अपनी मां श्रीरेणुकाजी से मिलने पहुंचते हैं। उसके उपरांत धार्मिक अनुष्ठानों जिसमें झील में पवित्र स्नान भी शामिल है के उपरांत पालकी दूसरे दिन वापस लौट जाती है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश अपनी स्मृद्ध परंपराओं व संस्कृति के लिए जाना जाता है। यहां आयोजित होने वाले मेले व त्योहार न केवल प्रदेश की स्मृद्ध संस्कृति व परंपराओं के परिचायक हैं, बल्कि स्थानीय लोगों सहित धार्मिक पर्यटकों के आस्था का भी प्रतीक है। उन्हांेने कहा कि प्रदेश के लोगों को अपनी स्मृद्ध परंपराओं, रीति-रिवाज, संस्कृति से विशेष लगाव व सम्मान के लिए जाना जाता है। मेले के दौरान जिला सिरमौर ही नहीं बल्कि पड़ोसी राज्यों से भी श्रद्धालु रंग-बिरंगे परिधानों में श्रीरेणुकाजी पहुंचे हुए थे। देव पालकियों के रवानगी के बाद मुख्यमंत्री ने श्रीरेणुकाजी पहुंचकर विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों का शुभारंभ किया तथा रेणु मंच पर द्वीप प्रज्वलित कर छह दिवसीय अंतरराष्ट्रीय श्रीरेणुकाजी मेले का शुभारंभ किया। गौर हो कि श्रीरेणुकाजी मेला रविवार से आरंभ हो चुका है जो 23 नवंबर को प्रदेश के महामहिम राज्यपाल आचार्य देवव्रत के आगमन से संपन्न होगा। मेले के दौरान छह दिनों तक लगातार स्टार नाईट का आयोजन किया जाएगा, जिसमें बालीबुड स्टार के अलावा हिमाचली, हरियाणवी व पंजाबी कलाकारांे के आकर्षक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। श्रीरेणुकाजी मेला पहाड़ी क्षेत्रों के लोगों के व्यापार का भी एक केंद्र है। मेले के दौरान लगातार छह दिनांे तक सिरमौर जिला ही नहीं अपितु सोलन, शिमला व पड़ोसी राज्य उत्तराखंड व हरियाणा के साथ लगते क्षेत्र के लोग यहां से खरीददारी भी करते हैं। इसके अलावा पहले दिन श्रद्धालु श्रीरेणुकाजी में रात्रि जागरण भी करते हैं तथा अपनी आस्थाओं के अनुरूप रेणुकाजी मंे रात भर डेरे डालकर भगवान परशुराम व मां रेणुका के मिलन के गवाह बनते हैं। व्यापारी भी विभिन्न हिस्सों से श्रीरेणुकाजी पहुंचे हुए हैं। ददाहू से श्रीरेणुकाजी तक श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा तथा जिला प्रशासन ने यातायात को ददाहू में ही रोक दिया था।

जीवनसंगी की तलाश है? तो आज ही भारत  मैट्रिमोनी पर रजिस्टर करें- निःशुल्क  रजिस्ट्रेशन!


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App