आईपीएच सचिव ने जांची स्वां के तटीकरण काम की गुणवत्ता

By: Dec 12th, 2018 12:05 am

गगरेट –स्वां नदी व इसकी सहायक खड्डों के तटीयकरण के लिए चलाई गई परियोजना के तहत चल रहे तटीयकरण कार्य की गुणवत्ता जांचने के लिए आईपीएच विभाग के सचिव देवेश कुमार ने मंगलवार को विभिन्न खड्डों का दौरा कर गुणवत्ता की जांच की। उन्होंने बाढ़ संरक्षण विंग के अधिकारियों को सख्त हिदायत भी दी कि तटीयकरण कार्यों में किसी भी प्रकार का समझौता न हो और तटीयकरण के लिए आए बजट की एक-एक पाई का सदुपयोग हो। स्वां नदी व इसकी सहायक खड्डों के तटीयकरण के लिए 922 करोड़ रुपए की परियोजना पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में शुरू हुई थी, लेकिन केंद्र सरकार द्वारा इसका बजट रोक लेने से यह परियोजना थम गई थी। वर्तमान सरकार ने यह मामला केंद्र सरकार के समक्ष उठाया था। इसके चलते केंद्र सरकार द्वारा इस परियोजना को पचास करोड़ रुपए का बजट जारी किया गया है। बजट मिलने के बाद बाढ़ संरक्षण विंग परियोजना को मूर्तरूप देने में युद्धस्तर पर जुट गया है। परियोजना के तहत हो रहे निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण हो इसके लिए आईपीएच विभाग के सचिव देवेश कुमार शिमला कार्यालय छोड़कर मंगलवार को यहां पहुंच गए। उन्होंने संघनेई, दियोली, घनारी व लोहारली खड्डों में चल रहे तटीयकरण कार्यों की जांच की। हालांकि इस दौरान उन्हें कोई खामी नजर नहीं आई लेकिन उन्होंने अधिकारियों को आगाह किया है कि गुणवत्ता के साथ किसी प्रकार का कोई समझौता सहन नहीं होगा। इस अवसर पर इंजीनियर इन चीफ केसी धीमान, अधीक्षण अभियंता एनएम सैणी, अधिशाषी अभियंता राजेश मोंगरा, सहायक अभियंता अश्विनी चौधरी भी मौजूद थे।

जीवनसंगी की तलाश है? तो आज ही भारत  मैट्रिमोनी पर रजिस्टर करें- निःशुल्क  रजिस्ट्रेशन!

 


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App