कालिका-सहस्रनाम

By: Dec 1st, 2018 12:05 am

-गतांक से आगे…

कर्त्री हर्त्री पालयित्री शर्वरी तामसी दया।

तमिस्रा यामिनीस्था न स्थिरा धीरा तपस्विनी।। 38।।

चार्वङ्गी चंचला लोल-जिह्वा चारु-चरित्रिणी।

त्रपा त्रपा-वती लज्जा निर्लज्जा ह्नीं रजोवती।। 39।।

सत्व-वती धर्म-निष्ठा श्रेष्ठा निष्ठुर-वादिनी।

गरिष्ठा दुष्ट-संहत्री विशिष्टा श्रेयसी घृणा

।। 40।।

भीमा भयानका भीमा-नादिनी भीःप्रभावती।

वागीश्वरी श्रीर्यमुना यज्ञ-कर्त्री यजुः-प्रिया।। 41।।

ऋक्-सामाथर्व-निलया रागिणी शोभन-स्वरा।

कल-कण्ठी कम्बु-कण्ठी वेणु-वीणा-परायणा।। 42।।

वशिनी वैष्णवी स्वच्छा धात्री त्रि-जगदीश्वरी।

मधुमती कुण्डलिनी शक्तिः ऋद्धिः सिद्धिः शुचि-स्मिता।। 43।।

रम्भोवैशी रती रामा रोहिणी रेवती मघा।

शङ्खिनी चक्रिणी कृष्णा गदिनी पद्मनी तथा।। 44।।

शूलिनी परिघास्त्रा च पाशिनी शार्ङ्ग-पाणिनी।

पिनाक-धारिणी धूम्रा सुरभि वन-मालिनी।। 45।।

रथिनी समर-प्रीता च वेगिनी रण-पण्डिता।

जटिनी वङ्किणी नीला लावण्याम्बुधि-चंद्रिका।। 46।।

बलि-प्रिया महा-पूज्या पूर्णा दैत्येंद्र-मंथिनी।

महिषासुर-संहंत्री वासिनी रक्त-दंतिका

जीवनसंगी की तलाश है? तो आज ही भारत  मैट्रिमोनी पर रजिस्टर करें- निःशुल्क  रजिस्ट्रेशन!

 


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App