पांच उद्योगों की दवाएं खाने लायक नहीं

By: Dec 13th, 2018 12:15 am

केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन की जांच में सैंपल फेल

 बीबीएन—केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की जांच में देश के 27 दवा उद्योगों में निर्मित दवाएं गुणवत्ता मानकों पर खरा नहीं उतर सकी हैं। सीडीएससीओ द्वारा जारी नबंवर माह के ड्रग अलर्ट में हिमाचल के पांच दवा उद्योगों में निर्मित दवाएं भी सब-स्टैंडर्ड पाई गई है। ये उद्योग प्रदेश के पांवटा साहिब, संसारपुर टैरेस, बद्दी व बरोटीवाला औद्योगिक क्षेत्रों में स्थापित हैं। पांवटा साहिब स्थित दवा उद्योग में निर्मित एक ही दवा के तीन सैंपल गुणवत्ता परीक्षण में खरे नहीं उतर पाए हैं। इसके अलावा मध्य प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, उतराखंड, बिहार, पंजाब स्थित दवा उद्योगों में निर्मित दवाएं भी जांच में फेल हुई हैं।  सब-स्टैंडर्ड पाई गई दवाआें में एंटीबायोटिक, प्रसव को बढ़ाने व रक्तस्राव रोकने, सर्दी-खांसी, जुकाम, बुखार, एनेस्थेटिक,  पेन किलर, एसिडिटी व बैक्टीरियल इन्फेक्शन के उपचार के लिए इस्तेमाल होने वाली दवाएं शामिल हैं। राज्य दवा नियंत्रक प्राधिकरण ने ड्रग अलर्ट में शामिल दवा उद्योगों को नोटिस जारी करते हुए संबंधित दवाओं का पूरा बैच बाजार से हटाने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा प्राधिकरण द्वारा ऐसे मामलों से निपटने के लिए बनाए गए इंटेलिजेंस सैल को भी इन दवा उद्योगों की विस्तृत जांच व निरीक्षण कर विस्तृत रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। उधर, इस बाबत राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मारवाहा ने बताया कि दवा उद्योगों को नोटिस जारी कर दिया गए है और उन्हें बाजार से फेल हुए दवा उत्पादों का पूरा बैच उठाने के आदेश दे दिए गए हैं। इसके अलावा सबंधित क्षेत्रों के दवा निरीक्षकों को इन उद्योगों का निरीक्षण कर रिपोर्ट सौंपने को कहा है।


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