मेडिपर्सन एक्ट में बदलाव मंजूर नहीं

By: Dec 14th, 2018 12:02 am

डाक्टरों की मांग, दुर्व्यवहार पर हो सजा-जुर्माने का प्रावधान

 शिमला  —प्रदेश में डाक्टर्स के साथ किए जाने वाले दुर्व्यवहार पर कार्रवाई के लिए मेडिपर्सन एक्ट को संशोधित किया जा रहा है। इसके खिलाफ प्रदेश के डाक्टर्स आवाज़ उठा रहे है। इस संशोधन में डाक्टरों से अस्पताल में लड़ाई-झगड़ा करने वालों को गैर जमानती व अपराध की श्रेणी से बाहर किया जा रहा है। यानी यदि कोई व्यक्ति अस्पताल में डाक्टर से मारपीट करता है तो उसे तुरंत कोई सजा व कार्रवाई नहीं होगी, लेकिन सरकार के इस संशोधन को आरडीए (रेजिडेंट डाक्टर्स एसोसिएशन) आईजीएमसी ने गलत ठहराया है। यूआरडीए हिमाचल प्रभारी और आईजीएमसी आरडीए अध्यक्ष डा. अजय जरियाल ने इस संशोधन को गलत ठहराते हुए एक्ट में संशोधन को लेकर सुझाव दिए हैं। उन्होंने कहा कि एक्ट में डाक्टरों के साथ दुर्व्यहार करने वालों पर कोई एक्शन न लेने की बात कही जा रही है, जो सही नहीं है। डाक्टरों के साथ दुर्व्यवहार करने वालों के लिए सजा व जुर्माने का प्रावधान होना चाहिए।

मंत्री से उठाया मामला

आरडीए ने स्वास्थ्य मंत्री से मांग की है कि जिस एक्ट में संशोधन हो रहा है, उसमें इस बात का ध्यान रखना होगा कि दुर्व्यवहार करने वालों पर कार्रवाई हो। यदि डाक्टरों से दुर्व्यवहार करना अपराध नहीं माना जाएगा तो अस्पतालों का महौल बिगडे़गा।

बैंक गारंटी खत्म करें

रेजिडेंट डाक्टर एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री  जयराम ठाकुर व स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार से मांग की है कि पीजी डाक्टरों के लिए बैंक गारंटी की शर्त खत्म की जाए, ताकि गरीब परिवार सें संबंध रखने वाले डाक्टर भी पीजी कर सकें।

 


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