योगआनंदा विला को दिए पांच करोड़

By: Dec 19th, 2018 12:10 am

सोलन—शूलिनी यूनिवर्सिटी, शोध आधारित यूनिवर्सिटी, जो कि बॉयोलॉजिकल साइंसेज पर ध्यान केंद्रित किए हैं, ने  तरविंदर एस सभ्रवाल संस्थापक सेवक कंस्टक्शन कंपनी मुंबई के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने यूनिवर्सिटी को पांच करोड़ रुपए की ग्रांट देने और साथ ही योगआनंदा विला के आंतरिक और बाहरी निर्माण का भी दायित्व लिया है, जिसमें एक योग अस्पताल और नेचरोपैथी शामिल हैं। उन्होंने यहां पर रिसर्च के लिए भी सहभागिता की है। भारत में किसी भी नए निजी विश्वविद्यालय और विशेष रूप से हिमाचल प्रदेश में, किसी यूनिवर्सिटी को मिला उच्चतम अनुदान है। शूलिनी यूनिवर्सिटी योग और बॉयोलॉजिक साइंसेज के साथ ही डीएनए सिक्वएंसिंग, कैंसर और मेटिरियल रोगों, बॉयोसेंसर्स, फूड माइक्रोबीज, न्यूट्रास्यूटिकल्स और फार्मास्युटिकल साइंसेज में भी अनुसंधान का एक प्रमुख केंद्र बनने के लिए तेजी से कदम बढ़ाए हैं। भारत सरकार के आयुश मंत्रालय के तहत योग और प्राकृतिक चिकित्सा परिषद में केंद्रीय परिषद द्वारा 100 बिस्तरों वाले अस्पताल (प्राकृतिक चिकित्सा और योग) की स्थापना के लिए यूनिवर्सिटी को 80 लाख रुपए दिए गए हैं। यह महसूस किया गया है कि विश्वविद्यालय को सामान्य रूप से योग की भूमिका और मानव जीवविज्ञान में मैटाबोर्लिम परिवर्तनों का अध्ययन करने के लिए विशेष रूप से अनुवांशिक ध्यान की जांच करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए। इसलिए विश्वविद्यालय ने ध्यान और क्रिया योग में अनुसंधान करने के लिए पहले ही तीन हट्स का निर्माण किया है। यह देखते हुए कि योग, मानव शरीर पर लाभकारी प्रभाव डालता है, वैज्ञानिक मान्यताओं के साथ, स्वामी विवेकानंद और योगानंद और आध्यात्मिकता पर अन्य समकालीन विचारधाराओं के प्रचार पर एक बहुआयामी अनुसंधान और शिक्षा केंद्र को स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है। योगआनंदा विला में एक अंतरराष्ट्रीय छात्रावास, एक ध्यान कक्ष, एक अकादमिक ब्लॉक, ध्यान हट्स और गुफाएं, और मनोरंजक सुविधाएं शामिल होंगी। विश्वविद्यालय की सुविधाएं विला में आने वाले मेहमानों के लिए उपलब्ध होंगी। इनमें कैफेटेरिया, जिमनेजियम, इनडोर स्टेडियम, मिनी सिनेप्लेक्स, शोध प्रयोगशालाएं, संगोष्ठी हाल, सर्व धर्म मंदिर और फोरेस्ट वॉक और पुस्तकालय जो सभी धर्मों की आध्यात्मिक और धार्मिक पुस्तकों के लिए होगी, एक अलग मंजिल पर होगी और ये 24 घंटे और सात दिन पढ़ाई के लिए खुली होगी। विला, पश्चिमी सुविधाओं के साथ पूर्वी रूप और अनुभव प्रदान करेगा। इसलिए, यह एक आध्यात्मिक संस्थान होगा, जिसमें पूर्व और पश्चिम दोनों के विद्धान संयुक्त शारीरिक उपकरणों के उपयोग से संयुक्त योग के सिद्धांतों की संयुक्त रूप से जांच करेंगे, जो कि संतुलित जीवन जीने के लिए सर्वोच्च विज्ञान के रूप में स्वीकृति के लिए होगा। योगआनंदा विला को कुल पांच एकड़ जमीन पर स्थापित किया जाएगा।


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