सोलर फेंसिंग को सरकारी बजट खत्म
मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के लिए मंजूर पैसा तीन महीने में ही हो गया पूरा, अब तक दो करोड़ 39 लाख हो चुके खर्च
ऊना — ऊना में मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना का लाभ लेने के लिए किसानों में मची होड़ के बीच सरकारी बजट खत्म हो गया है। इस योजना के अंतर्गत सरकार ने मौजूदा वित्तीय वर्ष के लिए दो करोड़ 39 लाख रुपए स्वीकृत किए थे, लेकिन सरकार द्वारा दी गई राशि मात्र तीन माह में ही खत्म हो गई। इस योजना का लाभ उठाने के लिए और किसान आगे आए हैं, जिसके लिए विभाग ने इस योजना के अंतर्गत किसानों को लाभ देने के लिए अतिरिक्त बजट की भी मांग की है। जिला में किसान अपनीफसलों को आवारा पशुओं से बचाने के लिए किसान कृषि महकमे के पास पहुंच रहे हैं, लेकिन महकमे के पास इस योजना का बजट खत्म होने के कारण किसानों को निराशा हाथ लग रही है। जिला ऊना में गत वर्ष मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना को शुरू किया गया था। योजना के अनुसार किसान अपने खेतों को आवारा पशुओं के नुकसान से बचाने के लिए सोलर फेंसिंग लगाने की व्यवस्था की गई है। इस योजना के बाद किसानों ने लाभ लेने के लिए आगे आए हैं। वहीं, कृषि विभाग ने भी इस योजना के लिए दो करोड़ 39 लाख रुपए स्वीकृत किए थे। किसानों की होड़ मचने के कारण सरकार द्वारा दिया बजट मात्र तीन माह में ही खत्म हो गया। अब भी किसान आवारा पशुओं से खेती को बचाने के लिए कृषि विभाग के पास आ रहे हैं और मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन कर रहे हैं। अब तक करीब 75 नए किसानों के आवेदन आए हैं। इसके लिए कृषि महकमे ने अब सरकार से दो करोड़ का अतिरिक्त बजट देने की मांग की है, ताकि किसानों के लंबित आवेदनों पर कार्रवाई की जा सके।
जंगली जानवरों ने छुड़वाई खेती
ऊना जिला में करीब 36 हजार हेक्टेयर भूमि पर खेती की जाती है। इन खेतों में फसलों को बंदर, आवारा पशु, नील गाय, जंगली सूअर इत्यादि जानवर नुकसान पहुंचाते हैं। इन उत्पाती जानवरों के नुकसान को देखते हुए कुछ क्षेत्रों में तो किसानों ने खेती करना ही छोड़ दी है। अब इस योजना से किसानों को खेतों में बाढ़ लगाने का मौका मिला है।
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