राजधानी पहुंचा हेपेटाइट्स का डर

By: Jan 18th, 2019 12:05 am

शिमला—राजधानी शिमला में इन दिनों हेपेटाइट्स ए,ई का खतरा लोगों पर मंडरा रहा है।  शिमला के आईजीएमसी अस्पताल व रिप्पन अस्पताल में भी हेपेटाइटिस ए ई के मामले देखे जा रहे हैं। अभी तक लगभग 12 नए मामले सामने आ चुके हैं। ऐसे में साफ जाहिर होता है कि शहर में हेपेटाइटिस ए ई अपने पांव पसारने लगा है। वहीं शिमला के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में पिछले दो दिनों में लगभग एक मामला काफी गंभीर पाया गया है। अस्पताल में मरीज का इलाज किया जा रहा है। ऐसे में डाक्टर्स भी लोगों को साफ सुधरा और उबला हुआ पानी पिने की सलाह दे रहें है। इसके साथ ही लोगों को अपने शरीर को साफ सुथरा रखने की सलाह भी दे रहें है।  खास तौर पर बच्चों के  अभिभावकों को भी सलाह दी जा रही है कि वह अपने बच्चों को भी साफ-सफाई के लिए जागरूक  करें। जिससे बच्चों को इस बीमारी की चपेट में आने से बचाया जा सके।

हेपेटाइट्स ए के लक्षण

पीलिया(आंखों और त्वचा का रंग पीला, मूत्र का गहरा रंग), पेट दर्द, भूख में कमी, बुखार, जी मचलाना, थकान, दस्त।

हेपेटाइट्स ए और ई क्या है…

हेपेटाइटिस एः यह एक विषाणु जनित रोग है। ऐसे में यकृतशोथ क  यकृत में सूजन होती है जो यकृ तशोध क विषाणु  के कारण होती है। इस से मरीज में काफी चिड़चिड़ापन होता है। इसे विषाणुजनित (वायरल )यकृतशोथ भी कहते है।  यह बीमारी दूषित भोजन ग्रहन करने, दूषित जल और बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति के संर्पक में आने से फैलती है।

हेपेटाइटस ईः हेपेटाइटिस ई एक जलजलित रोग है और इसके व्यापक प्रकोप का कारण दूषित जल या भोजन की आपूर्ति है। प्रदूषित पानी इस महामारी को बढ़ा देता है और स्थानीय क्षेत्रों में छिटपुट मामलों के सत्रोत कच्चे या अधपके शेलफिश को खाना होता है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App