कूड़ा जलाना ही है, तो नहीं चाहिए कूड़ा संयंत्र

By: Jan 20th, 2019 12:10 am

कांगड़ा जिला की पंचायत आइमा में लगे कूड़ा संयंत्र देख बोली वन अधिकार समिति फटोह, आज आम सभा में लिया जाएगा फैसला

 घुमारवीं —घुमारवीं की पंचायत फटोह के वन अधिकार समिति के सदस्य व पंचायत प्रतिनिधियों ने बीडीओ जीतराम की अगवाई में जिला कांगड़ा के विकास खंड भवारना की पंचायत आइमा में लगे कूड़ा संयंत्र का निरीक्षण किया। इस दौरान समिति के सदस्य नाखुश दिखे। पंचायत में कूड़ा संयंत्र लगाने का फैसला पंचायत में रविवार को रखी विशेष आम सभा में लोग करेंगे। आइमा पंचायत में कूड़ा संयंत्र का निरीक्षण करने गए वन अधिकार समिति के सदस्यों ने वहां बाहर खुले में जल रहे कूड़े पर अपनी प्रतिक्रिया दी है कि यदि कूड़े का निष्पादन उसमें आग लगाकर ही करना है, तो कूड़ा संयंत्र लगाने की स्वीकृति पंचायत फटोह में बिल्कुल भी नहीं दी जाएगी। बताते चलें कि विधानसभा क्षेत्र घुमारवीं की पंचायत फटोह में भी कूड़ा संयंत्र लगना प्रस्तावित है। इसके लिए उच्च न्यायालय ने दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं, जिसके चलते उपायुक्त के निर्देशानुसार बीडीओ जीत राम व सामाजिक शिक्षा खंड अधिकारी रवि शर्मा द्वारा भवारना विकास खंड की पंचायत आइमा में वन अधिकार समिति के सदस्यों का कूड़ा संयंत्र के बारे में निरीक्षण करवाया गया, ताकि पंचायत फटोह के लोगों को कूड़ा संयंत्र के बारे में अधिक जानकारी उपलब्ध करवा सके तथा कूड़ा संयंत्र बनने में स्थानीय लोग रुकावट व विरोध न करें। वन अधिकार समिति सदस्यों में  जसवंत चंदेल, सुरम सिंह चंदेल, पूर्व पंचायत सदस्य निक्का राम, पंचायत सदस्य ईमला देवी, पंचायत फटोह प्रधान कुलजीत ठाकुर व उपप्रधान बेशरिया राम संधु आदि मौजूद रहे। आइमा पंचायत में तैनात पंचायत सचिव अनिता कुमारी द्वारा उपरोक्त दल को कूड़ा संयंत्र बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।  इस अवसर पर कूड़ा संयंत्र परिसर में चकाचक सफाई देखकर फोरेस्ट राइट कमेटी के सदस्य निश्चित हुए, लेकिन कूड़ा संयंत्र से मात्र 20 मीटर की दूरी पर लगे कूड़े के ढेर में लगी आग और उससे निकलते विषैले धुएं को देख कर वन अधिकार समिति के सदस्यों की पैरों तले की जमीन ही निकल गई। आसपास मंडरा रहे पक्षियों व गउओं के झुंड को देख कर वन अधिकार समिति के सदस्यों ने तत्काल कहा कि यदि कूड़े का निष्पादन आग लगाकर ही करना है तो उन्हें अपनी पंचायत में कूड़ा संयंत्र बिल्कुल भी नहीं चाहिए। सदस्यों ने कहा कि उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार यदि कूड़ा संयंत्र पंचायत में लगाना है तो यहां के ग्रामीणों को केवल अपनी पंचायत का कूड़ा निष्पादन ही स्वीकार होगा, अन्य क्षेत्र से लाया गया कूड़ा किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

फटोह में आधुनिक मशीनों का होगा इस्तेमाल

विकास खंड घुमारवीं अधिकारी जीत राम व समाजिक खंड शिक्षा अधिकारी रवि शर्मा ने वन अधिकार समितियों के सदस्यों को कहा कि जो कूड़ा संयंत्र फटोह पंचायत में लगाया जाएगा, उसमें बहुत ही आधुनिक मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके चलते वहां कूड़ा जलाने का प्रश्न ही पैदा नहीं होता, लेकिन वन अधिकार समिति के सदस्य उनके इस वक्तव्य से संतुष्ट नहीं हुए।

साइट चिन्हित करने पर ग्रामीणों में रोष

सरकार व प्रदेश उच्च न्यायालय द्वारा फटोह पंचायत में कूड़ा संयंत्र के लिए जगह चिन्हित करने पर ग्रामीणों में भी रोष फैल गया है। लोगों का कहना है कि कूड़ा संयंत्र के लिए भूमि चिन्हित की गई है, वहां से कुछ ही दूरी पर दलित बस्ती है तथा साथ ही गांव की आस्था के प्रतीक मंदिर भी है। ऐसे में न केवल उनकी भावनाओं से खिलवाड़ होगा, बल्कि कूड़ा संयंत्र के लिए जो भूमि चिन्हित की गई है वह भी गांव के ठीक ऊपर पहाड़ी पर है। ऐसे में गंदगी से निकलता धुआं व आवारा पशुओं के साथ पक्षियों के मंडराने से गांव का वातावरण ही दूषित हो जाएगा। इसके चलते लोगों को यहां रहना ही कठिन हो जाएगा तथा उन्हें आशंका है कि कूड़ा संयंत्र लगने से लोगों को कई बीमारियां फैल सकती हैं। इसलिए इस पंचायत में कूड़ा संयंत्र कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा।


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