एग्जाम फीवर… नर्वसनेस-तनाव से बचें छात्र

By: Feb 21st, 2019 12:04 am

घुमारवीं -फरवरी माह खत्म होते ही मार्च के महीने कई छात्रों को एग्जाम फीवर शुरू हो जाएगा। एग्जाम का नाम आते ही अच्छे-अच्छे पढ़ाकू बच्चे भी घबराने लग जाते हैं। खासकर पहली बार बोर्ड की परीक्षा में बैठने वाले बच्चे नर्वस हो जाते हैं, पर डार्क्ट्स व विशेषज्ञों की सलाह है कि नर्वस होने की जरूरत नहीं है। एग्जाम तो साल भर का मूल्यांकन है। विशेषज्ञों की सलाह के मुताबिक इसे किसी उत्सव की तरह लें और अगर नर्वसनेस आई तो परिणाम उल्ट भी आ सकते हैं। पिछले वर्षों के मैरिट होल्डर्स बच्चों का अनुभव बताता है कि ज्यादातर ने कभी एग्जाम का फीवर नहीं पाला है। बिना नर्वस होकर परीक्षा दी और अच्छे अंकों से परीक्षा को पार किया है। मार्च माह शुरू होते ही हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के एग्जाम शुरू हो जाएंगे। बोर्ड परीक्षाओं के चलते छात्रों ने भी पूरी तरह से कमर कस ली है। एग्जाम में साल भर का मूल्यांकन हो जाएगा। बच्चों को लेकर उनके माता-पिता ने भी कमर कस ली है और वे भी अपनी ओर से हर संभव मदद बच्चों की करने में जुटे हैं। ऐसे में छात्रों को चाहिए कि वे भी अच्छे परिणाम के चक्कर में शरीर के स्वास्थ्य को न भूल जाएं। स्वास्थ्य गड़बड़ाया तो इसका असर बच्चों की पढ़ाई पर भी पड़ सकता है। बच्चों को सेहत का ध्यान रखते हुए अच्छे मार्क्स लाने को टिप्स लेने की आवश्यकता है।

शिक्षा विशेषज्ञों की राय

  1. शिक्षा क्षेत्र में हब के रूप में उभरे घुमारवीं स्थित मिनर्वा स्कूल के प्रिंसीपल प्रवेश चंदेल का कहना है कि सफलता का कोई शार्टकट नहीं होता। सफलता के लिए मेहनत जरूरी है। प्रश्न पत्र देखकर घबराएं नहीं। शांत भाव से पूरा प्रश्न पढ़ें। हर प्रश्न को हल करने की कोशिश करें।
  2. पढ़ाई का माहौल नहीं होना। रेगुलर स्टडी नहीं करना। समझने के बजाय रटे विद्या पर अधिक जोर देना। खुद में आत्म विश्वास की कमी। प्लान बनाकर पढ़ाई नहीं करना। रुचिकर विषय नहीं लेना। पेरेंट्स द्वारा बच्चों से कुछ ज्यादा ही अपेक्षाएं पाल बैठाना।
  3. रेगुलर पढ़ाई करें। रटने के बजाय सवालों को समझें।
  4. विशेषज्ञों से सलाह लें। परीक्षा जाने से पहले समुचित सामग्री का संकलन करें। समय से पहले परीक्षा सेंटर में पहुंचंे। दिशा-निर्देशों का अवलोकन कर लें।
  5. सुबह जल्दी उठकर पढ़ाई करें। मुख्य बिंदुओं को लिखकर दोहराना चाहिए। कठिन विषय को अधिक समय दें। समझने का प्रयास करें। लेटकर नहीं पढ़ें। पढ़ते समय किताब 10-12 इंच दूर रखें। पढ़ाई को शांत वातावरण वाला स्थान चयनित करें। नियमित लिखने का अ यास जारी रखें। परीक्षा में साफ-सुथरा लिखें।

शरीर का रखें पूरा ध्यान

चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चे एग्जाम की थोड़ी भी टेंशन न लें। टेंशन लेने व लगातार पढ़ाई से सेहत खराब हो सकती है। सेहत ठीक रहे, इसके लिए परीक्षा के दिनों में स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखना चाहिए। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो परीक्षा के दौरान खान-पान व अन्य गतिविधियों का ध्यान बहुत जरूरी है।

परीक्षा के दिनों सेहत के लिए ये करें

हल्का मगर पौष्टिक भोजन लें। तली वस्तुओं से परहेज करें। लगातार एक जगह बैठकर 45 मिनट से अधिक पढ़ाई न करें। हरी सब्जियां, दूध व फल खाएं। दोपहर को खाना खाने के बाद कम से कम डेढ़ घंटे तक न सोएं। रात को पूरी नींद लें। दिमाग फ्रेश रखने को बीच-बीच में घूमें।

 


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