राइटिंग में सफल करियर

By: Feb 20th, 2019 12:10 am

संत कबीर, संत रविदास, गुरु नानक देव जी ने जहां ईश्वर-भक्ति के प्रचार-प्रसार के लिए लेखन की कई नई शैलियों का इस्तेमाल किया है तो मिर्जा गालिब, महादेवी वर्मा, जयशंकर प्रसाद, भारतेंदु आदि अनेक लेखकों ने भी अपने देशकाल के अनुरूप कालजयी लेखन किया है…

हमारे देश में शुरू से ही लेखकों और कवियों की कभी कोई कमी नहीं रही है। संत कबीर, संत रविदास, गुरु नानक देव जी ने जहां ईश्वर-भक्ति के प्रचार प्रसार के लिए लेखन की कई नई शैलियों का इस्तेमाल किया है तो मिर्जा गालिब, महादेवी वर्मा, जयशंकर प्रसाद, भारतेंदु आदि अनेक लेखकों ने भी अपने देशकाल के अनुरूप कालजयी लेखन किया है। वैसे तो राइटिंग के लिए किसी ट्रेनिंग की खास जरूरत नहीं होती है, लेकिन आजकल के इस स्पेशलाइजेशन के युग में अगर आप राइटिंग की फील्ड में अपना करियर शुरू करना चाहते हैं तो आपको अपने लैंग्वेज स्किल्स में लगातार सुधार लाने के साथ-साथ क्रिएटिव राइटिंग स्किल्स में भी पेशेवर ट्रेनिंग लेनी होगी।

राइटिंग के प्रकार

पेशेवर राइटिंग, कॉपी राइटर, कंटेंट राइटर, स्क्रिप्ट राइटर, ट्रांसलेटर आदि सभी राइटर्स जो कहीं जॉब करते हैं पेशेवर राइटर्स होते हैं। इन्हें अपने लेखन के बदले वेतन मिलता है।

फ्रीलांस राइटिंग  ः ऐसे राइटर्स जो सेल्फ.म्पलॉएड होते हैं और फ्रीलांसिंग के तहत राइटिंग का पेशा अपनाते हैं, इस फील्ड में शामिल होते हैं। फ्रीलांसर्स को अपने कस्टमर्स की जरूरत के मुताबिक किसी भी स्टाइल या टॉपिक पर लिखना होता है। ये राइटर्स भी अपनी आजीविका लेखन से ही अर्जित करते हैं।

सैलरी पैकेज

हमारे देश में किसी कंटेंट राइटर को एवरेज 2.5 लाख रुपए का सालाना सैलरी पैकेज मिलता है और एक राइटर आम तौर पर  3. 5 लाख रुपए सालाना तक कमाता है। इसी तरह, टेक्निकल राइटर की एवरेज सैलरी 4.7 लाख रुपए सालाना तक होती है। जैसे-जैसे राइटिंग की फील्ड में आपका अनुभव बढ़ता जाता है, उसके मुताबिक आपकी कमाई में भी इजाफा होता जाता है। माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल, राइटिंग प्रोसीजर्स एंड डॉक्यूमेंटेशन और क्रिएटिव राइटिंग के स्किल्स आपकी सैलरी में अच्छी-खासी बढ़ोतरी करते हैं। राइटर्स को आमतौर पर रॉयलिटी या कॉन्ट्रैक्ट के मुताबिक भी इनकम प्राप्त होती है।

राइटिंग की फील्ड में बेहतरीन कोर्सेज

* सर्टिफिकेट इन क्रिएटिव राइटिंग

* डिप्लोमा इन क्रिएटिव राइटिंग

* डिस्टेंस लर्निंग

* पीजी डिप्लोमा इन क्रिएटिव राइटिंग

* संबद्ध लैंग्वेज में ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री

* संबद्ध लैंग्वेज में एमफिल, पीएचडी की डिग्री

राइटिंग फील्ड से संबद्ध यूनिवर्सिटीज और इंस्टीच्यूट्स

* इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली

* दिल्ली विश्वविद्यालय, नई दिल्ली

* जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी,नई दिल्ली

* जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली

* कोलकाता यूनिवर्सिटी, कोलकाता

* कर्नाटक स्टेट ओपन यूनिवर्सिटी, कर्नाटक

* भारतीय विद्या भवन, नई दिल्ली

* भीमराव अंबेडकर ओपन यूनिवर्सिटी,अहमदाबाद

* एचपीयू, शिमला

स्किल्स एंड क्वालिफिकेशन

आजकल का जमाना ‘स्पेशलाइजेशन का युग’ है। अब एक पेशेवर राइटर बनने के लिए आपके पास केवल लिखने का कौशल होना ही काफी नहीं है बल्कि कुछ अन्य निम्नलिखित प्वाइंट्स का ध्यान भी आपको पूरी तरह रखना होगा जैसे कि..

* अधिकांश राइटिंग जॉब्स के लिए कैंडिडेट ने कम से कम किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं क्लास पास की हो।

* राइटिंग शुरू करने से पहले ही किसी प्रोफेशनल राइटिंग फील्ड को चुन लेना बहुत जरूरी है जैसे कि आप एक फिक्शन राइटर बनना चाहते हैं या पोएट, ब्लॉगर बनना चाहते हैं या स्क्रिप्ट राइटर।

* राइटिंग स्टाइल में ट्रेनिंग लेना भी काफी बेहतर रहता है क्योंकि मुख्यतः 2 किस्म के राइटिंग स्टाइल्स होते हैं। औपचारिक और अनौपचारिक लेखन।

* बिजनेस, हेल्थकेयर, मार्केटिंग या फैशन राइटिंग शुरू करने से पहले आप संबद्ध राइटिंग फील्ड में इंटर्नशिप जरूर पूरी कर लें। अपने कॉलेज के दिनों में ही आप एक सफल कॉपी-राइटर या जर्नलिस्ट बनने के लिए इंटर्नशिप कर सकते हैं।

* किसी कंटेंट राइटर, ट्रांसलेटर, स्क्रिप्ट राइटर या कॉपी राइटर आदि के तौर पर एक जॉब हासिल करके संबद्ध फील्ड में राइटिंग एक्सपीरियंस प्राप्त करें।

* लिखने की निरंतर प्रैक्टिस करते रहें और राइटिंग की संबद्ध फील्ड में अपना अनुभव लगातार बढ़ाते रहें।

* संबद्ध राइटिंग फील्ड में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त करके आप अपने राइटिंग स्किल्स को और ज्यादा निखार सकते हैं।

* अपनी राइटिंग फील्ड में पीएचडी की डिग्री हासिल करने के बाद तो आपको राइटिंग फील्ड में खास पहचान मिल ही जाती है।


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