संदिग्ध ऑडियो क्लिप का अब मंडी में होगा वॉयस कम्पेरिजन, नहीं जाना पड़ेगा दूसरे राज्य
मंडी – हिमाचल प्रदेश में पुलिस के पास जांच के लिए आने वाले संदिग्ध ऑडियो की जांच अब मंडी जिले में ही हो सकेगी. इसके लिए न तो संदिग्ध ऑडियो क्लिप को कहीं बाहर भेजने की जरूरत पड़ेगी और ना ही वॉयस सैंपल के लिए बाहर किसो को जाना पड़ेगा. बता दें कि रीजनल फॉरेंसिक साइंस लैब मंडी में यह सुविधा शुरू कर दी गई है. इसकी जानकारी खुद रीजनल फॉरेंसिक साइंस लैब मंडी के उपनिदेशक डॉ. राजेश वर्मा ने दी है. उन्होंने बताया कि मंडी स्थित रीजनल लैब में वॉयस कम्पेरिजन की सुविधा शुरू हो गई है. लैब के उपनिदेशक ने कहा कि इससे पहले किसी भी प्रकार के संदिग्ध ऑडियो को जांच के लिए चंडीगढ़ भेजना पड़ता था. वहां से रिपोर्ट आने में काफी लंबा वक्त लग जाता था, लेकिन अब मंडी में ही यह सुविधा शुरू होने से जांच रिपोर्ट जल्द हासिल हो सकेगी. उपनिदेशक डॉ. राजेश वर्मा ने कहा कि इससे पुलिस को भी मामले को सुलझाने में मदद मिलेगी. उन्होंने बताया कि प्रदेश की मुख्य लैब जुन्गा के साथ-साथ रीजनल लैब मंडी में इस सुविधा को शुरू किया गया है. मंडी लैब में अभी तक दो संदिग्ध ऑडियो की सही प्रकार से जांच कर इसकी रिपोर्ट आगे प्रेषित की जा चुकी है. वहीं मंडी लैब में वीडियो और फोटो की टेंपरिंग की जांच की सुविधा भी शुरू कर दी गई है. अगर किसी डिजिटल वीडियो या फोटो के साथ हल्की सी भी छेड़छाड़ की गई होगी, तो उसकी जांच भी यहीं पर की जा सकेगी. अभी तक ऐसे 8 केस यहां सॉल्व किए जा चुके हैं. पुलिस के लिए यह जांच डिजिटल मीडिया एविडेंस के तौर पर जानी जाती है जो काफी अहम होती है.
Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also, Download our Android App