हिमाचली माथे पर अमर होकर विदा हुए ‘तिलक’

By: Feb 17th, 2019 12:15 am

पुलवामा में शहीद हुआ जवाली का जांबाज बेटा पंचतत्त्व में विलीन

छह दिन पहले सरहद की निगहबानी को निकले जांबाज तिलक राज की पार्थिव देह शनिवार को तिरंगे में लिपटकर घर पहुंची, तो शहीद का गांव गम और गुस्से के गुबार में घिर गया। बेबस पत्नी और लाचार माता-पिता दहाड़ें मारते हुए शहीद का चेहरा देखने लपके, तो हमदर्द बनकर मौके पर जुटे सैकड़ों लोगों का सब्र भी छलक पड़ा। फिर शुरू हुआ आसमान कंपा देने वाली नारेबाजी का सिलसिला, जिसमें शहीद तिलक राज के अमर होने की कामना थी, तो पाकिस्तान के बर्बाद हो जाने की बद्दुआ भी। शहीद का शव घर पहुंचने से लेकर गरिमामय अंतिम संस्कार तक जवाली के धेवा गांव में भावनाओं के सागर ने ऐसी ठांठें मारी कि शहादत भी तिलक राज के बलिदान को सलाम कर उठी…

जवाली -जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को आतंकवादी हमले में शहीद हुए हिमाचली बेटे तिलक राज की राजकीय और सैन्य सम्मान के साथ शनिवार को अंत्येष्टि की गई। इससे पहले मातृ भूमि की रक्षा में अपने प्राण न्योछावर करने वाले कांगड़ा जिला में जवाली तहसील के धेवा गांव से शहीद तिलक राज का पार्थिव शरीर शनिवार सुबह जैसे ही गांव में पहुंचा, तो एकदम से चीखों-पुकार मच गई। शहीद के पिता लायक राम, माता बिमला, पत्नी सावित्री व भाई बलदेव सहित परिजनों की आंखों से आंसुआें की धारा तो थमने का नाम नहीं ले रही थी। परिजनों सहित गांववासी ताबूत के साथ लिपट-लिपट कर रोए। लोगों ने तिरंगे में लिपटे शहीद को सेल्यूट किया। वहीं, इस दौरान पाकिस्तान मुर्दाबाद और शहीद तिलक राज अमर रहे के नारों से आसमान गूंज उठा। सीआरपीएफ के जवान के अंतिम संस्कार में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा, लोकसभा सांसद शांता कुमार तथा बड़ी संख्या में लोगों का हजूम उमड़ा हुआ था। शहीद के भाई बलदेव सिंह ने चिता को मुखाग्नि दी। इस मौके पर खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री किशन कपूर, स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार, विधायक अरुण मेहरा, राकेश पठानिया, अर्जुन सिंह, केसीसीबी के अध्यक्ष डा. राजीव भारद्वाज, पूर्व सांसद कृपाल परमार, पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा, चंद्र कुमार, हरबंस राणा, पूर्व विधायक अजय महाजन, संगठन सचिव पवन राणा, भाजपा अनुसूचित जाति राष्ट्रीय मोर्चा के उपाध्यक्ष त्रिलोक कपूर, डीआईजी डा. अतुल फुलझेले, सीआरपीएफ के डीआईजी ओंकार सिंह चाढ़क, सहायक कमांडेंट एम एस शेखावत, उपायुक्त कांगड़ा संदीप कुमार, पुलिस अधीक्षक कांगड़ा संतोष पटियाल, आरओ भारतीय सेना योल कैंट कर्नल मनीष धीमान और विभिन्न क्षेत्रों के लोगों ने शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर शहीद को सम्मान दिया। बता दें कि 1988 में जन्में तिलक राज अपने पीछे माता-पिता, पत्नी सावित्री तथा दो बेटे छोड़ गए हैं। शहीद तिलक राज अपने पांच भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। वह छुट्टी काटकर 11 फरवरी को दोबारा अपनी ड्यूटी पर गए थे।

पुलवामों के मुजरिम जितना छिप लें, सजा जरूर मिलेगी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को एक बार फिर दोहराया कि पुलवामा के शहीदों का बलिदान बेकार नहीं जाएगा और इस गुनाह के गुनाह कर जितना भी छिप लें, उन्हें सजा जरूर मिलेगी। विकास परियोजनाओं का यहां शुभारंभ करते हुए श्री मोदी ने पुलवामा के शहीदों को एक बार फिर नमन करते हुए देश की जनता से धैर्य बनाये रखने और अपने जवानों पर भरोसा रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि पुलवामा के गुनाहगारों को कैसे, कहां, कब, कौन, किस प्रकार की सजा देगा ये हमारे जवान तय करेंगे। शहीदों का बलिदान बेकार नहीं जाएगा और आंतकवादियों को उनके गुनाह की सजा जरूर मिलेगी।

प्रदेश सरकार देगी 20 लाख, पत्नी को सरकारी नौकरी

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शहीद की अंतिम यात्रा में भाग लिया और उसे श्रद्धांजलि अर्पित की तथा सम्मानपूर्वक हाथ जोड़ कर उसे अंतिम विदाई दी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शहीद के पिता लायक राम, माता, पत्नी तथा परिवार के अन्य सदस्यों को सांत्वना देते हुए कहा कि तिलक राज ने देश की खातिर अपना जीवन न्योछावर कर दिया। प्रदेश सरकार दुख की इस घड़ी में शहीद के परिवार के साथ है तथा उसे 20 लाख रुपए की वित्तीय सहायता और पत्नी को सरकार नौकरी प्रदान करेगी। वहीं, धेजा स्कूल को शहीद के नाम पर करने की घोषणा की।


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