दो सीटों से राहुल गांधी का रण, अमेठी के साथ केरल के वायनाड से भी लड़ेंगे कांग्रेस अध्यक्ष

By: Mar 31st, 2019 1:04 pm

नई दिल्ली – 2019 की जंग में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी दो जगहों से मैदान में होंगे. उत्तर प्रदेश के अमेठी के साथ केरल की वायनाड लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे. कांग्रेस के लिए वायनाड बेहद सुरक्षित सीट मानी जाती है. वायनाड सीट पर कांग्रेस का लगातार कब्जा रहा है. भौगोलिक रूप से वायनाड सीट दक्षिण के तीन राज्यों राज्यों केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक जु़ड़ा हुआ है. इसका ऐलान करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी और प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि दक्षिण भारत के पार्टी कार्यकर्ता राहुल गांधी से लगातार वायनाड सीट से चुनाव लड़ने की मांग कर रहे थे. राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं की मांग को स्वीकार कर लिया है. अब वह अमेठी के अलावा केरल की वायनाड सीट से चुनाव लड़ेंगे. दक्षिण भारत की परंपराओं पर मोदी सरकार की ओर से हमला किया जा रहा है. राहुल गांधी इस सीट से चुनाव लड़कर तीन राज्यों केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करेंगे. बीजेपी के आरोपों पर बोलते हुए रणदीप सुरजेवाला  ने कहा कि 2014 में मोदी जी गुजरात छोड़कर वाराणसी से चुनाव क्यों लड़े? क्या उन्हें गुजरात पर भरोसा नहीं था? ये अपरिपक्व और बचकाना बयान है. सुरजेवाला ने कहा कि वायनाड से चुनाव लड़ने का मतलब यह नहीं हम किसी पार्टी के खिलाफ खड़े हैं. हम देश को बांटने वाली राजनीति के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं. वायनाड से चुनाव लड़कर राहुल गांधी दक्षिण भारत के लोगों को संदेश देना चाहते हैं कि हम उनके भाषा, खान-पान, संस्कृति और परंपराओं के साथ खड़े हैं. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि राहुल जी ने अनेको बार कहा है कि अमेठी उनकी कर्मभूमि है. अमेठी से उनका रिश्ता परिवार के सदस्य का है. इसलिए अमेठी को छोड़ नहीं सकते. बीजेपी प्रत्याशी स्मृति ईरानी पर निशाना साधते हुए सुरजेवाला ने कहा कि इस बार वह हार का हैट्रिक लगाएंगी. पहले नई दिल्ली से हारीं, दूसरी बार अमेठी से और अब तीसरी बार भी अमेठी से चुनाव हारेंगी स्मृति ईरानी. 2008 में परिसीमन के बाद यह सीट वजूद में आई. इस लोकसभा सीट के अन्तर्गत केरल के तीन जिलों कोझिकोड, वायनाड और मलप्पुरम की सात विधानसभा सीटें आती हैं. 2009 और 2014 के चुनाव में इस सीट से कांग्रेस के एमवाई शनावास जीते थे. 2014 के चुनाव में कांग्रेस और सीपीआई के बीच कड़ी टक्कर हुई थी. कांग्रेस के एमवाई शनावास ने सीपीआई कैंडिडेट पीआर सत्यन मुकरी को 20,870 वोटों से हराया था. नवंबर, 2018 में शनावास का निधन हो गया. इसके बाद से ही यह सीट खाली है. इस बार सीपीआई ने इस सीट से पीपी सुनेर को टिकट दिया है.


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App