गहलोत, वसुंधरा एवं सात सांसदों की प्रतिष्ठा दांव पर

By: Apr 9th, 2019 4:40 pm

Image result for gahlot and basundharaजयपुर –  राजस्थान में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे दो केन्द्रीय मंत्री तथा सात सांसदों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। पहले चरण के नामांकन के आज आखिरी दिन श्री गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत के नामांकन पत्र दाखिल करते समय कांग्रेस ने जोधपुर में सभा आयोजित कर भाजपा को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास किया। जोधपुर से वैभव पहली बार चुनाव लड़ रहे है जिनका सामना भाजपा के केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत से है। वैभव के पिता अशोक गहलोत भी जोधपुर से सांसद रह चुके हैं। जोधपुर में शुरुआती दौर में कांग्रेस का ही दबदबा रहा लेकिन बाद में भाजपा ने कई बार सेंध लगाई। जोधपुर के पूर्व महाराजा गज सिंह की भूमिका भी चुनाव में महत्वपूर्ण रहती है लेकिन इस बार उनके रुख का पता नहीं चल पाया है। श्री शेखावत के नामांकन के समय प्रदेश के कई बड़े नेताओं की गैरमौजूदगी ने भी अलग संदेश दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुधरा राजे के पुत्र दुष्यंत सिंह के झालावाड़ से चुनाव मैदान में होने के कारण इनकी प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हुई है। तीन बार सांसद रहे श्री सिंह चौथी बार चुनाव मैदान में है जिनका मुकाबला कांग्रेस के प्रमोद शर्मा से है। श्री शर्मा भाजपा से जुड़े हुए रहे है लेकिन विधानसभा चुनाव में उन्होंने पाला बदल लिया। झालावाड़ में कांग्रेस नेताओं पर कमजोर उम्मीदवार मैदान में उतारने के आरोप भी लग रहे है लेकिन गहलोत सरकार में मंत्री प्रमोद जैन भाया सहित कई नेता श्री शर्मा के पक्ष में खड़े हैं। पाली से केन्द्रीय मंत्री पी पी चौधरी का मुकाबला पूर्व सांसद बद्री जाखड़ से है, जिनकों श्री चौधरी ने पिछली बार मात दी थी। भाजपा में कई नेता श्री चौधरी को दुबारा मैदान में उतारने के सख्त खिलाफ थे लेकिन अब ऐसी कोई आवाज सुनाई नहीं दे रही है। उदयपुर में सांसद अुर्जन लाल मीणा का मुकाबला पूर्व सांसद कांग्रेस प्रत्याशी रघुवीर मीणा से है। इस आदिवासी क्षेत्र में भाजपा ने विधानसभा चुनाव में आठ सीटों में छह पर जीत हासिल की थी तथा इस लिहाज से भाजपा लोकसभा चुनाव में भी जीत की आस लगाई बैठी है। टोंक सवाईमाधोपुर से सांसद सुखवीर सिंह जौनपुरिया दूसरी बार किस्मत आजमा रहे हैं जिनका सामना कांग्रेस के पूर्व केन्द्रीय मंत्री नमोनारायण मीणा से है। श्री जौनपुरिया को पिछले चुनाव में बाहरी उम्मीदवार के रुप में काफी विरोध का सामना करना पड़ा था लेकिन इस बार यह बात सामने नहीं आ रही। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट भी टोंक से विधायक चुने गये थे। जालोर में सांसद देवजी पटेल दूसरी बार भाजपा के उम्मीदवार है जिनका सामना पूर्व विधायक कांग्रेस प्रत्याशी रतन देवासी है। इसी तरह चित्तौड़गढ से सांसद चन्द्र प्रकाश जोशी का मुकाबला पूर्व सांसद गोपाल सिंह ईडवा से है। भीलवाड़ा में सांसद सुषाष बहेड़िया का मुकाबला कांग्रेस के नये चेहरे रामपाल शर्मा से है। पिछले विधानसभा चुनाव में यहां भाजपा का दबदबा रहा है तथा लोकसभा चुनाव में भी बहेड़िया के जीत की आस लगाई जा रही है। कोटा में सांसद ओम बिड़ला का मुकाबला पूर्व सांसद रामनारायण मीणा से है। श्री बिड़ला को दुबारा चुनाव में उतारने का विरोध सामने आया लेकिन अब कार्यकर्ता खुलकर उनके सामने नहीं आ रहे है। बाड़मेर में पूर्व सांसद कांग्रेस के मानवेन्द्र सिंह का मुकाबला पूर्व विधायक भाजपा के कैलाश चौधरी से है। भाजपा ने यहां से सांसद कर्नल सोना राम का टिकट काट दिया, जिन्होंने पिछली बार कांग्रेस से पाला बदलकर पूर्व केन्द्रीय मंत्री जसवंत सिंह को कड़ी टक्कर दी थी तथा कांग्रेस के हरीश चौधरी को हार का सामना करना पड़ा। कर्नल सोनाराम ने आज पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई है जिसमें वह अपनी आगे की रणनीति की घोषणा करेंगे। राजसमंद में भाजपा के मौजूदा सांसद हरिओम सिंह राठोड़ के चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा से पार्टी को यहां मजबूत उम्मीदवार चुनने में काफी मशक्कत करनी पड़ी तथा पूर्व विधायक एवं पूर्व जयपुर राजघराने की राजकुमारी दीया कुमारी को चुनाव मैदान में उतारना पड़ा। इनके सामने कांग्रेस ने बुजुर्ग देवकीनंदन गुर्जर को मैदान में उतारा है। बांसवाड़ा भाजपा ने मौजूदा सांसद मानशंकर निनामा का टिकट काटकर पूर्व विधायक कनकमल कटारा को चुनाव मैदान में उतारा है जिनके सामने पूर्व सांसद कांग्रेस के ताराचंद भगोरा है।

 


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App