तीसरी आंख ने गिराया रिजल्ट

By: Apr 23rd, 2019 12:02 am

धर्मशाला   -प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की सीसीटीवी कैमरे लगाने की मुहिम ने पहले ही परीक्षा परिणाम में चौंकाने वाले नतीजे सामने लाए हैं। इस नए प्रयोग से अब केवल वही छात्र टॉप कर पाएंगे, जो अपनी मेहनत के बूते परीक्षा देने वाले होंगे। भले ही परीक्षा परिणाम में पहले की अपेक्षा गिरावट दर्ज की गई हो, लेकिन शिक्षाविद व छात्र इस निर्णय से बहुत खुश हैं। मैरिट लिस्ट भी छोटी हुई है और सरकारी स्कूलों के छात्रों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। छात्रों की मैरिट लिस्ट पर भी नजर दौड़ाएं, तो इस बार सरकारी स्कूलों ने निजी स्कूलों को पछाड़ दिया है। कुल 58 मैरिट में सरकारी स्कूलों के छात्रों की संख्या 31 और निजी स्कूलों की संख्या 27 रह गई है, जबकि पिछले बार मैरिट में 83 छात्र थे, जिसमें 46 निजी और 37 सरकारी स्कूल थे। इस साल पिछले सालों की अपेक्षा 62.01 प्रतिशत परीक्षा परिणाम रहा है। पिछले सालों की बात करें, तो वर्ष 2013 में 65.01 फीसदी परीक्षा परिणाम था, 2014 में 67.0, 2015 में 68.30 फीसदी परीक्षा परिणाम था। वर्ष 2016 में जमा दो का परीक्षा परिणाम 78.93 प्रतिशत रहा। वर्ष 2017 में 72.89 प्रतिशत, जबकि वर्ष 2018 में 70.18 प्रतिशत रहा है।  उधर, प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डा. सुरेश कुमार सोनी का कहना है कि इस बार नकल रोकने के पुख्ता प्रबंधों खासकर सीसीटीवी कैमरा लगने के कारण परीक्षा परिणाम में कमी आई है, वहीं नकल के मामले भी कम बने हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में सीसीटीवी के परिणाम और अधिक सार्थक होंगे।


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