हाल चुनावी साल का मंत्री के एक साल का :  डा. राजीव सहजल; विधायक, कसौली

By: Apr 15th, 2019 12:08 am

देश में लोकसभा चुनावों का बिगुल बज चुका है। ऐसे में हिमाचल की विधानसभा क्षेत्रों में भी नेता जीत की डोर संभाले हुए हैं। ‘दिव्य हिमाचल’ के दखल की इस कड़ी में आज जयराम सरकार के कैबिनेट मंत्री डा. राजीव सहजल के विधानसभा क्षेत्र कसौली की सवा साल के विकास की नब्ज को टटोल रहे हैं…मुकेश कुमार और हेमंत शर्मा

 डा. राजीव सहजल, विधायक, कसौली

मतदाता- 64540 

422 मतों से हराई कांग्रेस

विधानसभा चुनावों में कसौली में कांग्रेस और भाजपा में सीधी टक्कर थी। इस दौरान विधायक राजीव सहजल ने 23656 मत हासिल कर कांग्रेस के विनोद सुल्तानपुरी को 422 मतों से मात दे दी। विनोद सुल्तानपुरी को कुल 23214 मिले।

भारत में लोकसभा चुनावों का बिगुल बज चुका है। साथ ही राजनीतिक दल अपनी सरकारों व विपक्षी दल अपनी भूमिका को लेकर एक बार फिर जनता के बीच परीक्षा देने की तैयारी शुरू कर चुके हैं। ऐसे में हिमाचल की विधानसभा के चुनाव क्षेत्रों में भी नेता जीत की डोर को संभाले हुए हैं। ‘दिव्य हिमाचल’ के दखल की इस कड़ी में आज हम जयराम सरकार के कैबिनेट मंत्री डा. राजीव सहजल , जो कि लगातार तीसरी बार विधायक चुने गए हैं, के  विधानसभा क्षेत्र कसौली की सवा साल के विकास की नब्ज को टटोल रहे हैं। कसौली विधानसभा क्षेत्र के नई सरकार के कार्यकाल में करोड़ों रुपए के विकास के काम चल रहे हैं। जाहिर है कि प्रदेश के दूसरे चुनावी क्षेत्रों की तरह कसौली भी विकास की ओर बढ़ रहा है। फोरलेन बनने से यहां के सैकड़ों लोगों को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से नए रोजगार के अवसर प्रदान हुए हैं। आज कसौली में 250 की आबादी से अधिक के लगभग हर गांव को सड़क से जोड़ा जा चुका है। शिक्षा, आधुनिक शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में नए व आधुनिक बदलाव किए जा रहे हैं। पेयजल आपूर्ति को और बेहतर बनाने के काम चल रहे हैं। सड़कों के निर्माण पर करोड़ों रुपए लगाए जा रहे हैं। कसौली के विधायक द्वारा अपने सालाना फंड से 1.25 करोड़ को जनता के हित में शत प्रतिशत लगाया गया है। कसौली में पर्यटन की अपार संभावनाएं मौजूद हैं, जिस पर किसी भी सरकार ने आज तक ध्यान नहीं दिया है। मौजूदा सरकार पर्यटन को जिस गंभीरता से देख रही है, उससे कसौली हिल स्टेशन के दिन कितने बहुरेंगे, यह तो अगले चार साल में ही पता चलेगा। शिक्षा के क्षेत्र में सरकार कसौली को जैसे भूल ही गई। प्रदेश के लगभग सभी विधानसभा क्षेत्रों में स्कूल अपग्रेड हुए हैं, लेकिन कसौली में एक भी स्कूल को अपग्रेड नहीं किया गया है।

कसौली में नहीं पड़े सीएम के कदम

प्रदेश में नई सरकार बनने के उपरांत कसौली का विवादों से नाता इस कद्र जुड़ा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सवा साल में एक बार भी अपने कैबिनेट मंत्री के विधानसभा क्षेत्र में कदम नहीं रख पाए। कसौली गोलीकांड में हुई दो मौतें सरकार को यहां आने से रोकती रहीं। मामला जैसे ही शांत हुआ तो परवाणू में ट्रक यूनियन के विवाद ने तूल पकड़ लिया। लगातार लड़ाई ने मुख्यमंत्री के कार्यक्रम रद्द किए और कसौली से सरकार की घोषणाओं का अवसर छिनता गया। अब लोकसभा के चुनावी बिगुल ने फिर अढ़ाई माह तक मुख्यमंत्री को कसौली के विकास से दूर कर दिया है। लोगों को भी मुख्यमंत्री के इंतजार में विकास की कई नई घोषणाओं के होने का दीदार कर रहे हैं।

धर्मपुर में प्रदेश की पहली मॉडर्न आईटीआई

हिमाचल को लंबे समय से एक मॉडर्न आईटीआई की जरूरत को महसूस किया जा रहा था। युवाओं की इस जरूरत को भी अब करीब 30 करोड़ रुपए की लागत से पूरा किया जा रहा है। कसौली विधानसभा क्षेत्र की कंडा पंचायत में पहली अत्याधुनिक तकनीक वाली मॉडर्न आईटीआई बनाई जा रही है, जिसका 10 करोड़ का पहला टेंडर जारी भी कर दिया गया है। यह प्रदेश व जयराम सरकार की सवा साल की बड़ी उपलब्धियों में एक है। हिमाचली युवाओं को उद्योग जगत में नौकरी के लिए बाहरी राज्यों के बच्चों से इसी कारण पिछड़ना पड़ता था। मॉडर्न  आईटीआई आने से युवा दूसरे राज्यों के आईटीआई होल्डर से भी अच्छी प्रतिस्पर्धा कर पाएंगे। भवन तैयार होने तक सोलन आईटीआई में धर्मपुर आईटीआई के प्रशिक्षुओं की कक्षाएं चलाई जा रही है ,जिससे बच्चों को अपने सुनहरे भविष्य के लिए और इंतजार न करना पड़े। धर्मपुर में आईटीआई आने से स्थानीय ग्रामीण लोगों को भी नया रोजगार प्राप्त होगा।

सुबाथू-देलगी रोड को छह करोड़

हिमाचल की पुरानी सड़कों में एक सुबाथू-देलगी रोड को नई सरकार ने आखिरकार छह करोड़ रुपए की संजीवनी दे ही दी। सालों से खस्ता हालत में पड़े इस 13 किलोमीटर मार्ग का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। इसके लिए टेंडर लग चुका है।

गड़खल में आयुर्वेद अस्पताल

कसौली के विकास में एक नई बात यह हुई है कि मौजूदा सरकार ने गड़खल में आयुर्वेद अस्पताल खोलने को 80 लाख रुपए स्वीकृत किए हैं। जल्द ही इस पर काम शुरू होगा।

देलगी को डिस्पेंसरी की सौगात

देलगी पंचायत के लोगों की लंबे समय से की जा रही मांग पर मुहर लगाते हुए जयराम सरकार ने 45 लाख रुपए डिस्पेंसरी भवन व 80 लाख रुपए स्कूल के साइंस ब्लॉक निर्माण को स्वीकृत किए हैं। क्षेत्र में शिक्षा व स्वास्थ्य संबंधी गतिविधियों पर इसका अच्छा प्रभाव रहेगा।

सड़क से जुडे़ 99 फीसदी गांव

कसौली विधानसभा क्षेत्र में सड़कों का विकास भी जनता के विकास में अहम भूमिका निभा रहा है। क्षेत्र के 250 की आबादी वाले 99 फीसदी गांव को अब तक सड़क की सुविधा से जोड़ा जा चुका है। कसौली के दो गांव को सड़क की सुविधा से जोड़ने का प्रयास चल रहा है, जिसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। राजीव सहजल  विधानसभा क्षेत्र के लोगों की हर समस्या को दूर करने में जी-जान से जुटे हैं। यहीं वजह है कि सहजल को लोगों ने लगातार तीसरी बार विधानसभा पहुंचाया है।

67 लाख से मसूलखाना को पानी

औद्योगिक शहर परवाणू से सटे मसूलखाना गांव व साथ लगते कई अन्य गांवों को अब पानी नहीं सताएगा। स्थानीय मंत्री के सहयोग से क्षेत्र में 67 लाख रुपए की पेयजल योजना की शुरुआत हो रही है। जिसका सैकड़ों परिवार लाभ लेंगे।

कानून व्यवस्था का मखौल उड़ा रही सरकार

कांग्रेस पार्टी महासचिव व उम्मीदवार रहे विनोद सुल्तानपुरी के अनुसार हिमाचल में यह सरकार केवल कानून व्यवस्था का मजाक बना रही है। परवाणू में यूनियन विवाद मामले में तीन से अधिक बार फायरिंग हो चुकी है। अधिकारी बार-बार स्थानांतरित किए जा रहे हैं। परवाणू से उद्योग पलायन कर रहे हैं। बेरोजगारी बढ़ी है। सरकार केवल कागजों में काम दिखाने का प्रयास कर रही है। वास्तविकता में कोई कार्य नहीं हो रहा। धर्मपुर अस्पताल में डाक्टरों के बार-बार तबादले हो रहे हैं। पट्टा-ब्राबरी में पीएचसी की घोषणा व 28 लाख के बजट की व्यवस्था कांग्रेस सरकार में कर दी गई, जिसके टेंडर अब निकाले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार केवल नाम बदलीकरण के ही काम न करे। उन्होंने कहा प्रदेश सरकार कांग्रेस के करवाए कामों का ही श्रेय ले रही है। उन्होंने कहा कि आने वाले लोकसभा चुनावों में जनता  भाजपा को आईना दिखा देगी।

कसौली में पर्यटन को पंख लगाएंगे सहजल

जयराम सरकार की कैबिनेट के युवा मंत्री डा. राजीव सहजल का कहना है कि कसौली में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। सरकार ऐसे स्थानों पर पर्यटन को बढ़ाने के नए आयामों पर काम कर रही है। नए क्षेत्रों को विकसित किया जाएगा, जिसमें स्थानीय लोगों को अधिक से अधिक रोजगार मिले। उन्होंने कहा कि सरकार एक समान विकास की ओर अग्रसर है। बिना भेदभाव के हर गांव को बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य की सुविधा से जोड़ा जा रहा है। पेयजल, सड़क व सिंचाई योजनाएं उनकी प्राथमिकता है। लोगों के सुझावों को गंभीरता से लिया जाता है। समस्या का जल्द समाधान सुनिश्चित बनाया जा रहा है। जनमंच लोगों की समस्याओं का समाधान करने में मील का पत्थर साबित हो रहे हैं। एक साल के छोटे से कार्यकाल में सरकार ने बेहतरीन काम किए हैं। कांग्रेस की सरकार में कसौली का जो विकास थम सा गया था, वह अब रफ्तार पर है। लोगों के सरकारी विभागों से जुड़े कामों को आसान बनाया जा रहा है। आंगनबाड़ी केंद्रों को मोबाइल व अन्य अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। फोरलेन से विकास दोगुनी स्पीड पकड़ रहा है। कसौली की खूबसूरती को अब नए बदलाव के साथ शुरू की गई ग्लास रूफ  से बेहतर निहारा जा सकता है। रेलवे लाइन पर इलेक्ट्रिक इंजन उतारने की तैयारी है, जिससे क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

शिलान्यास तक सिमटा परवाणू का रेलवे स्टेशन-बस स्टैंड

प्रदेश के पहले औद्योगिक शहर परवाणू को ब्रॉडगेज रेलवे लाइन की आधुनिक सुविधा से जोड़ने व बस अड्डे के निर्माण को देखना आज भी लोगों को नसीब नहीं हो सका है। परवाणू के कामली में सन् 1999 में धूमल सरकार के दौरान ब्रॉडगेज लाइन के रेलवे स्टेशन से जोड़ने को रेलवे मंत्री रहे नीतीश कुमार द्वारा आधारशिला को रखा गया था, जो कि आज बातों तक ही सीमित रह गया है। शिलान्यास को 20 साल का समय बीत चुका है। परवाणू में बस अड्डे के निर्माण को भी पूर्व धूमल सरकार द्वारा 2012 में शिलान्यास पट्टिका लगाकर शुरू करने का प्रयास किया गया था, जिसे बीते छह साल में कांग्रेस व बीजेपी की सरकार के कागजों में ही करने के दावे पेश करती आ रही है। जमीनी स्तर पर आज भी लोग परवाणू में बस अड्डे को नहीं ढूंढ पाए हैं।

कसौली से क्यों रूठे ‘सरकार’

हिमाचल में भाजपा की सरकार बने सवा साल से अधिक समय बीत चुका है। इस अंतराल में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर प्रदेश के करीब 66 विधानसभा क्षेत्रों में पहुंच कर घोषणाओं का पिटारा खोल चुके हैं। जिन दो विधानसभा क्षेत्रों में मुख्यमंत्री नहीं पहुंच पाए हैं, उनमें कसौली भी एक रहा है। सीएम दौरे को लेकर कसौली की किस्मत कुछ इस कद्ररूठी है कि लगातार प्लान बनने के बाद भी उन्हें रद्द करना पड़ा है। कसौली में होटलों के अवैध निर्माण गिराने के समय हुए गोलीकांड में दो विभागों के अधिकारी-कर्मचारी की मौत व परवाणू में तीन माह से अधिक समय से जारी यूनियन विवाद की तनावपूर्ण स्थिति मुख्यमंत्री के दौरे को लगातार खारिज कर रही है। जनता अपने नए मुख्यमंत्री का कसौली में दीदार चाहती है। जिससे कसौली को भी अन्य विधानसभा क्षेत्रों की तरह विशेष घोषणाओं का तोहफा भी साथ में मिले।

तरक्की की राह पर कसौली

प्रदेश सरकार के डेढ़ वर्ष के कार्यकाल के भीतर कैबिनेट मंत्री डा. राजीव सहजल ने अपने विधानसभा क्षेत्र कसौली को करोड़ों रुपए की सौगात दी है। मंत्री बनने के बाद हालांकि सहजल के अपने विधानसभा क्षेत्र के दौरों में थोड़ी कमी रही, लेकिन जो भी उन्होंने दौरा किया इलाकावासियों को कुछ न कुछ देते रहे। उन्होंने अपने इस छोटे से कार्यकाल के दौरान सभी वर्गों को एक समान नजरों से देखा है। खासतौर उन्होंने धर्मपुर में प्रदेश की पहली मॉर्डन आईटीआई देकर युवाओं को भविष्य की चिंताओं को लगभग समाप्त कर दिया है। इस मॉडर्न आईटीआई पर 30 करोड़ रुपए की राशि  खर्च की जाएगी। इसके तहत 10 करोड़ रुपए का टेंडर भी जारी कर दिया गया है। इसके अलावा पहाड़ की भाग्य रेखाएं कहलाने वाली सड़कों को भी दुरुस्त करने का कार्य किया गया। इसका उदाहरण सुबाथू-देलगी मार्ग है। 13 किलोमीटर  लंबे इस सड़क  की दशा सुधारने के लिए छह करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। बहरहाल,  समूचे विधानसभा क्षेत्र विधायक एवं मंत्री डा.  राजीव सहजल की छत्रछाया में प्रगति पर हैं, लेकिन मंत्री बनने के बाद दो बड़े घटनाक्रम ने उनकी परीक्षा भी ठीक-ठाक ली। इस बीच कसौली विधानसभा क्षेत्र के तहत कसौली कांड एवं परवाणू यूनियन विवाद भी हुए और विपक्षी दलों के हमले भी सहने पड़े, लेकिन डा. राजीव सहजल ने विपक्षी दलों को भी बड़ी शालीनता से जवाब दिए। इसके अतिरिक्त क्षेत्रवासियों का इस बात का अभी तक मलाल है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सरकार बनने के बाद कसौली विधानसभा क्षेत्र का दौरा नहीं किया है। इसके अलावा मंत्री  लोगों को बेहतर परिवहन सुविधाएं देने के प्रयास में जुटे हैं। उनका मानना है कि लोगों ने जिस विश्वास के साथ उन्हें चुना है, वह उस विश्वास पर खरे उतर सकें। विधानसभा क्षेत्र में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए भी डा. सहजल काफी गंभीर है, डाक्टरों के खाली पदों को भी भरा जा रहा है।  कसौली के विधायक एवं कैबिनेट मंत्री डा. राजीव सहजल विधानसभा के बेरोजगारों को रोजगार के साथ जोड़ने के लिए प्रयासरत हैं। इसी को लेकर मार्डन आईटीआई खोली जा रही है, जिससे यहां युवाओं टे्रनिंग  देकर टे्रंड किया जाएगा।

विधायक निधि का पूरा उपयोग

कसौली के मंत्री डा. राजीव सहजल की एक खासियत लोगों को बेहद पसंद है। संविधान द्वारा निर्धारित सालाना विधायक निधि को वह समय पर जनकल्याण में लगा देते हैं। कसौली में विधायक निधि से कई ग्रामीण इलाकों में लिंक रोड, पुल, रास्ते, सामुदायिक भवन, सोलर लाइटें मिली हैं, जिसके बाद जन सुविधाओं के अकाल में कमी जरूर आई है।

केंद्र से भी मिली आर्थिक मदद

कसौली में विकास कार्यों को विभिन्न मदों से करीब 4.67 करोड़ रुपए आए हैं। इसमें कांग्रेस के राज्यसभा सांसद आनंद शर्मा द्वारा शांति निकेतन को भवन निर्माण को दिए गए 50 लाख रुपए भी शामिल हैं। कसौली में 95 सड़कों व पुलों के निर्माण तथा मरम्मत पर अब तक 1.63 करोड़ रुपए स्वीकृत किए जा चुके हैं। सार्वजनिक क्षेत्र के कार्यों की बात करें तो 70 ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में 1.48 करोड़ रुपए स्वीकृत किया गया है। स्कूल में भवन व अन्य कार्यों पर 10.91 लाख रुपए खर्च किए गए है। इसके अलावा राहत कोष में 82.78 लाख रुपए कसौली को मिले हैं।


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