44 पेटेंट करवाने वाले साइंटिस्ट ने दिए टिप्स

By: Apr 6th, 2019 12:02 am

पालमपुर –कृत्रिम प्रतिभा (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) व रोबोटिक्स के जाने-माने विशेषज्ञ हर्षवर्द्धन किक्केरी ने प्रदेश कृषि विवि में इस विषय पर विस्तृत व्याख्यान और वैज्ञानिकों व विद्यार्थियों के विभिन्न प्रश्नों के उत्तर दिए।  किक्केरी ने चेहरे की पहचान से लेकर स्वचालित रोबोट इत्यादि पर लगभग 44 पेटेंट पंजीकृत करवाएं हैं तथा विश्व के शीर्ष संस्थानों नासा, यूएसए में शोध कार्य करने के बाद अपने देश में वापस आए हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने जीवन में कई महत्त्वपूर्ण बदलाव लाने शुरू कर दिए हैं, यहां तक कि खाद्यान्न उत्पादन तक में इसका महत्त्व बढ़ रहा है। उत्पादकता तथा दक्षता बढ़ाने के लिए कृषि उद्योगों में मशीनी बोध, वस्तु पहचान व भावी सूचक क्रियाओं व प्रतिमानों की स्थापना के लिए इन तकनीकों का प्रयोग हो रहा है। प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अशोक कुमार सरयाल ने कृषि में कृत्रिम प्रतिभा (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) व रोबोटिक्स के महत्व तथा आवश्यकता पर बल दिया। विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों और विद्यार्थियों के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व रोबोटिक्स पर आयोजित एक जागरूकता व्याख्यान के अवसर पर कुलपति ने कहा कि बढ़ती जनसंख्या के लिए भरपूर खाद्य उत्पादन तथा खेती में कम से कम रसायनों के प्रयोग, बीमारियों की तुरंत पहचान, जलवायु परिवर्तन व श्रम आपूर्ति के लिए मजदूरों की समस्या के विकल्प के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित तकनीकों का उपयोग एक महत्त्वपूर्ण कदम साबित हो रहा है। इन उपकरणों से मौसम की भविष्यवाणी व फसलों के विशलेषण से किसानों को बेहतर उपज तथा अधिक लाभ प्राप्त हो सकता है।

मोबाइल आधारित एप्लीकेशन विकसित

कुछ कंपनियों ने तो पौधों में रोगों व हानिकारक कीटों की तुरंत पहचान तथा मिट्टी में आवश्यक तत्वों की कमी जानने के लिए मोबाइल आधारित कुछ एप्लीकेशन भी विकसित कर ली हैं। इसके लिए ‘पहचान व छिड़काव’ रोबोट विकसित हो चुके हैं जिनसे प्रभावी खरपतवार प्रबंधन भी किया जा सकता है। इन तकनीकों का इस्तेमाल सिंचाई के लिए भी किया जा सकता है। कुलपति ने कहा कि वैज्ञानिकों और विद्यार्थियों को भविष्य में उपयोग में आने वाले नए युग के इन यंत्रों के बारे भलीभांति ज्ञान अर्जित कर लेना चाहिए क्योंकि विश्वविद्यालय ने भी  ‘संस्थागत विकास योजना’ विकसित करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है।

 

 


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