पांडवीं में आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी का घेराव

By: May 15th, 2019 12:05 am

भोटा—ग्राम पंचायत पांडवीं की सरकारी आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी में तैनात डाक्टर के खिलाफ मंगलवार को ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया। कहा कि यहां तैनात महिला चिकित्सक का व्यवहार मरीजों के साथ बिलकुल भी ठीक नहीं। यहां आने वाले मरीजों को उपचार की बजाय परेशानी झेलनी पड़ रही है। यही नहीं इलाज करवाने से पहले मरीज को कई तरह के ताने सुनने को मिल रहे हैं। महिला डाक्टर की कार्यशैली से तंग आगर ग्रामीणों ने मंगलवार को डिस्पेंसरी का घेराव कर दिया। यही नहीं डिस्पेंसरी में तैनात सफाई कर्मचारी ने भी चिकित्सक की पोल खोली है। उसका कहना है कि डाक्टर उसे क्वार्टर में काम करने के लिए कहते हंै। जब उसने क्वार्टर पर काम करने से मना किया तो उसे हर रोज प्रताडि़त किया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि इस महिला चिकित्सक को यहां से बदला जाए। अगर इसे यहां से नहीं हटाया गया तो लोकसभा चुनावों का बहिष्कार किया जाएगा। बता दें कि भोटा से लगभग पांच किलोमीटर दूरी पर पांडवीं पंचायत में सरकारी आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी है। स्थानीय ग्रामीण यहां से ही उपचार लेना सुविधाजनक समझते हैं, लेकिन यहां तैनात महिला डाक्टर का व्यवहार किसी को भी रास नहीं आ रहा। ग्रामीणों ने डाक्टर पर कई संगीन आरोप लगाए हैं। बीते सोमवार को डाक्टर ने सफाई कर्मचारी के साथ बहसबाजी की। इसके बाद सफाई कर्मचारी सीमा देवी बेहोश होकर गिर पड़ी। सीमा देवी को उपचार के लिए भोटा पीएचसी अस्पताल लाया गया। यहां से उसे मेडिकल कालेज हमीरपुर रैफर किया गया है। ग्रामीणों ज्ञान चंद, प्रकाश चंद, अमरनाथ, रमेश चंद, सोमानाथ, कचन, सुनीता, राजकुमारी, सीमा देवी, कमला देवी, तुलसी आदि ने कहा कि डाक्टर का व्यवहार अच्छा नहीं है। अगर इसके खिलाफ कार्रवाई नही की गई तो वह इस बार लोकसभा चुनावों का बहिष्कार करेंगे।

ग्रामीणों ने भी लगाए डाक्टर पर आरोप

कंचन शर्मा का कहना है कि जब उसकी बेटी को जुकाम हुआ, तो बह डाक्टर के पास उपचार के लिए गई। डाक्टर ने कहा कि बेटी से घिन्न आ रही है। वहीं तुलसी देवी ने कहा की उसे 103 बुखार था, तो डाक्टर ने दवाई नहीं दी। बाद में हमीरपुर में जाकर दवाई लेनी पड़ी। ग्रामीण प्रकाश चंद का कहना है कि जब वह दवाई लेने गया तो कहा कि नहाकर आओ आपसे बदबू आ रही है।

डाक्टर बोली, मैंने नहीं किया किसी से दुर्व्यवहार

डाक्टर का कहना है कि उसने घर पर मेड रखी है। मंैने कभी सफाई कर्मचारी से घर का काम नहीं करवाया और न ही मरीजों से दुर्व्यवहार किया है। सीमा के सारे टेस्ट नार्मले थे व बीपी भी ठीक था। मैं हर रोज समय से आती हूं।

बीएमओ बोले, मामले की होगी जांच

बीएमओ आयुर्वेदिक नरेश कुमार का कहना है कि वह मामले की छानबीन कर रहे हैं। ग्रामीणों ने डाक्टर की कार्यशैली पर पर आपत्ति जताई है। सफाई कर्मचारी व डाक्टर के बीच क्या हुआ इसकी जांच होगी। रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी जाएगी।


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