पार्षदों के निशाने पर वन विभाग

By: May 30th, 2019 12:06 am

नगर निगम के हाउस में उठा मसला, वार्डों में पिछले साल के गिरे पेड़ अभी तक नहीं उठाए

शिमला –नगर निगम शिमला की मासिक बैठक बुधवार को आयोजित हुई। इस बैठक में  कई मुद्दों को लेकर हंगामा देखने को मिला। पार्षदों ने वन विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर हंगामा किया पार्षदों का कहना है कि शहर में बीते साल से गिरे हुए पेड़ अभी भी उनके वार्डों में पड़े हैं, जिन्हें अभी तक उठाया नही गया है साथ ही सूखे पेड़ों को लेकर मिलने वाली अनुमति पर भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इसके अलावा शहर में किए जाने वाले विकास कार्यों के लिए वन विभाग से मिलने वाली अनुमति भी नहीं मिल पा रही है, जिससे करीब पांच सालों से अधर में लटके पड़े एंबुलेंस रोड, रोप-वे और पार्किंग के कार्य शुरू नहीं हो पाए हैं। निगम पार्षदों ने प्रदेश सरकार से निगम परिधि में लगने वाले वन क्षेत्र को एक बार फिर निगम के अधीन करने की मांग की है । वहीं मेयर कुसुम सदरेट ने कहा कि वन परिक्षेत्र को निगम के अधीन करने के लिए प्रदेश सरकार को मामला भेजा गया है उन्होंने इस मामले पर सरकार से जल्द हस्तक्षेप करने की मांग की है। इस बैठक में  कई मुद्दों को लेकर हंगामा देखने को मिला। निगम की मासिक बैठक में जहां पानी के बिलों को लेकर निगम पार्षदों ने हर माह पानी के बिल जारी करने की मांग की, वहीं निगम पार्षदों ने शहर के विकास कार्यों के लिए वन विभाग से एनओसी न मिलने पर भी हंगामा देखने को मिला। निगम पार्षदों ने एक सुर में जल निगम पानी के बिलों को हर माह जारी करने की मांग की है। निगम पार्षद संजय और दिवाकर का कहना है कि एक साल से जल निगम लोगों को मूलभूत सुविधाएं देने में नाकान रहा है । नगम पार्षदों ने प्रदेश सरकार से निगम परिधि में लगने वाले वन क्षेत्र को एक बार फिर निगम के अधीन करने की मांग की है। वहीं मेयर कुसुम सदरेट ने कहा कि वन परिक्षेत्र को निगम के अधीन करने के लिए प्रदेश सरकार को मामला भेजा गया है उन्होंने इस मामले पर सरकार से जल्द हस्तक्षेप करने की मांग

नगर निगम हाउस में ये-ये उठे मुद्दे

शो काज नोटिस का नहीं आया जवाब

निगम आयुक्त पंकज राय ने कहा कि पार्षदों की मांग पर उक्त अधिकारी को शो काज नोटिस जारी किया गया था, मगर उक्त अधिकारी ने नोटिस का कोई जबाव नहीं दिया।

अधिकारी केे पास नही जाएंगे लीगल मैटर

नगर निगम सदन में सभी पार्षदों ने निर्णय लिया कि उक्त अधिकारी के पास कोई भी लीगल मैटर नहीं जाएगा। इस अधिकारी के हउस में पेश ने होने से कई मामले लटकें हुए हंै। थर्ड पार्टी ने स्टे ले रखा है।

फिर नहीं आया, तो हाउस थमेगा

सदन में ंपार्षदे ने आरोप लगाया कि अगर उक्त अधिकारी अगामी हाउस में उपस्थित नहीं होता है, तो पार्षद सदन नहीं चलने दंेगे। सभी पार्षद पूरी तरह से हाउस का बहिष्कार कर दंेगे।

तहबाजारियों को जल्द बसाया जाए

सदन में पार्षदों ने मांग उठाई की शहर में तहबाजारियोंं को जल्द बसाया जाए। वर्ष 2014 में स्ट्रीट वैडर पालिसी बन गई थी, मगर अभी तक इनको बसाने का कार्र्य आरंभ नहीं हो पाया है।

कारोबारियों को हो रहा नुकसान

निगम के पार्षदों को कहना था कि तहबाजारियों की बढ़ती संख्या के चलते कारोबारियोंं को नुकसान हो रहा हैै। आयुक्त पकंज राय नेे बताया कि निगम ने पुलिस से छह जवान मांंगे थे। ऐसे मेें बाहरी राज्यों से शिमला में कारोेबार करने बालों पर कारवाई अमल लाई जाएगी। इसके लिए जल्द ही मुहिम  शुरू कर दी जाएगी।

जनता के मुद्दों पर होना चाहिए हाउस

निगम की मासिक बैठक में पार्षद सजंय परमार ने कहा कि नगर निगम का सदन जनता के मुदो पर होना चाहिए। जनता को चार माह बाद भी पानी के बिल नहीं आ रहे हंै,  जबकि जनता को हर माह पानी के बिल मिलने चाहिए थे। वहीं पार्षद सजंय परमार ने कहा कि ठेकेदार काम नहीं कर रहे  हैं।


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