आठ सौ किसानों को मिलेगी ट्रेनिंग
पालमपुर -प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय और सतलुज जल विद्युत निगम फाउंडेशन आठ सौ किसानों को प्रशिक्षित करेंगे। इसके लिए शनिवार को शिमला में समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। प्रदेश भर के आठ सौ किसानों को प्रशिक्षण देने के लिए सतलुज जल विद्युत निगम 62.50 लाख रुपए की राशि खर्च करेगा। ये सभी 32 प्रशिक्षण कार्यक्रम विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों के अधीन संचालित होंगे, जिसके अंतर्गत विश्वविद्यालय के सभी आठ कृषि विज्ञान केंद्रों में 16 प्रशिक्षण कार्यक्रम और उतने ही प्रशिक्षण कार्यक्रम विश्वविद्यालय के मुख्यालय में आयोजित किए जाएंगे। इनमें पॉलीहाउस खेती, पौधा सुरक्षा, शून्य लागत खेती, सब्जी उत्पादन, मशरूम उत्पादन, मधुमक्खी पालन, नर्सरी लगाना व डेयरी संचालन हेतु प्रशिक्षण दिए जाएंगे। जानकारी के अनुसार गत तीन वर्षों में सतलुज जल विद्युत निगम के सौजन्य से 92 प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से प्रदेश के 2300 किसान लाभान्वित हुए हैं। इस अवसर पर कुलपति प्रो. अशोक कुमार सरयाल ने कहा कि सतलुज जल विद्युत निगम गत तीन वर्षों से किसानों को प्रशिक्षण देने के लिए विश्वविद्यालय की सहायता कर रहा है। इस अवसर पर धीरज गुप्ता, हर्ष जैन, गोपेश ठाकुर व गोपाल कंडवाल तथा कृषि विश्वविद्यालय की ओर से प्रसार शिक्षा निदेशक डा. वाईपी ठाकुर तथा प्रशिक्षण प्रभारी डा. देशराज चौधरी उपस्थित थे। सतलुज जल विद्युत निगम फाउंडेशन के मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन) डीपी कौशल ने बताया कि सतलुज जल विद्युत निगम के ‘सहयोगी सामाजिक दायित्व’ कार्यक्रम के अंतर्गत यह समझौता हुआ है, जिसमें प्रति प्रशिक्षणार्थी को 1400 रुपए की छात्रवृत्ति भी दी जाएगी और प्रशिक्षण कार्यक्रम इसी वित्त वर्ष में संपन्न हो जाएंगे।
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