कालेज में खूनी झड़प

By: Jul 7th, 2019 12:15 am

हमीरपुर में एबीवीपी-एसएफआई छात्र भिड़े, छह स्टूडेंट जख्मी

 हमीरपुर —पोस्ट ग्रेजुएट कालेज हमीरपुर में एसएफआई व एबीवीपी छात्रों के बीच खूनी झड़प हो गई। झगड़े में करीब छह छात्रों को चोटें आई हैं। छात्र संगठनों ने कालेज कैंपस में एक-दूसरे पर रॉड व तेज हथियार से हमला कर दिया। हालांकि कालेज प्राचार्य व महिला स्टाफ भी छात्रों के हमले में कूद गईं और बड़ा हादसा होने से रोक लिया। बताया जा रहा है कि कालेज प्राचार्य डा. हरदेव सिंह जम्वाल ने एक छात्र को जैसे ही कुदाल से हमला करते देखा, तो उन्होंने उसे रोक लिया। हालांकि छात्र संगठनों ने कालेज स्टाफ के साथ भी धक्का-मुक्की की। छात्र कालेज कैंपस में रॉड, दराट, कुदाल व पाइप इत्यादि लेकर पहुंचे थे। छात्रों की खूनी झड़प में दोनों छात्र संगठनों से दस छात्र संलिप्त पाए गए। उन्हें कालेज प्रबंधन ने पुलिस को सौंप दिया है। इसके अलावा दो आउटसाइडर, जो कि शराब के नशे में थे, उन्हें भी पुलिस के हवाले कर दिया गया है। बता दें कि एसएफआई व एबीवीपी छात्रों में सुबह के समय भी हल्की नोंक-झोंक हुई थी, जो कि दोपहर बाद बड़े झगड़े में तबदील हो गई। उधर, कालेज में हुई इस खूनी झड़प को देखकर फर्स्ट ईयर के छात्र काफी डर गए और कई छात्र घर लौट गए। हालांकि कालेज प्रबंधन ने छात्र संगठनों के झगडे़ के उपरांत आपातकालीन बैठक बुलाई और निर्णय लिया गया कि झगड़े में संलिप्त दस छात्रों को दस दिनों के लिए सस्पेंड किया जाए और पुलिस कार्रवाई के लिए भेजा जाए। इसके अलावा अगर किसी और छात्र का नाम झगड़े में शामिल होता है, तो उसे भी सस्पेंड किया जाएगा।  कालेज प्रबंधन ने छात्रों से अपील की है कि वह इस तरह के लड़ाई-झगडे़ में शामिल न हों। अगर पकड़े गए, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने फर्स्ट ईयर के छात्रों को न डरने के सलाह दी है। वे पहले की तरह अपनी कक्षाएं लगाना सुनिश्चित करें, ताकि उनकी पढ़ाई बाधित न हो। हमीरपुर महाविद्यालय का माहौल छह दिनों के अंदर ही खराब हो गया। हालांकि बीते वर्ष भी एसएफआई व एबीवीपी कार्यकर्ताओं में कई बार खूनी झड़पें हुई थी। फिर भी कालेज में सुरक्षा व्यवस्था को नहीं बढ़ाया गया था। अगर कालेज में पुलिस की टीम पहले से ही मौजूद रहती, तो शायद यह लड़ाई-झगड़ा भी कैंपस के अंदर न होता। बहरहाल हमीपुर कालेज में दिनदहाड़े इस हुई मारपीट के निए दोनों छात्र संगठन एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। एक संगठन दूसरे पर छात्राओं से छेड़छाड़ के आरोप लगा रहा है तो दूसरा उसके कार्यकर्ताओं से मारपीट की बात कह रहा है। कुछ भी हो, कालेज में इस तरह की मारपीट से नए छात्रों में दहशत का माहौल है। कई छात्र तो कालेज में इस तरह लहराते रॉड और दराज को लेकर काफी डर गए थे।

एक-दूसरे पर ये आरोप लगा रहे छात्र संगठन

मारपीट को लेकर दोनों छात्र संगठन एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। एसएफआई समर्थक एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर एसएफआई की छात्राओं को तंग करने के आरोप लगा रहे हैं, वहीं एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने एसएफआई पर अधिवेशन को असफल करने के आरोप लगाए हैं। एसएफआई के कुछ कार्यकर्ताओं ने एबीवीपी समर्थकों के साथ रूम में जाकर मारपीट की है।


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