…गेम ओवर

By: Jul 11th, 2019 12:10 am

सेमीफाइनल हार टीम इंडिया ने तोड़ी करोड़ों उम्मीदें

मैनचेस्टर –शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों की नाकामी के कारण भारत को आईसीसी विश्वकप के सांसों को रोक देने वाले पहले सेमीफाइनल में बुधवार को न्यूजीलैंड के हाथों 18 रन की हार का सामना करना पड़ा और इसके साथ ही भारतीय टीम विश्वकप से बाहर हो गई। न्यूजीलैंड ने इस जीत के साथ लगातार दूसरी बार विश्वकप के फाइनल में जगह बना ली। भारत की हार के साथ ही करोड़ों भारतीयों का सपना एक झटके में टूट गया। वर्षा बाधित इस सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड ने 50 ओवर में आठ विकेट पर 239 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया और इसका पीछा करते हुए भारतीय टीम खराब शुरुआत से उबर नहीं पाई। रवींद्र जडेजा ने बेशक 77 और महेंद्र सिंह धोनी ने 50 रन बनाए और सातवें विकेट के लिए 116 रन की साझेदारी की, लेकिन इनके अंतिम ओवरों में आउट होते ही भारत की उम्मीदें टूट गई। भारत 49.3 ओवर में 221 रन ही बना सका। भारत लगातार दूसरे विश्वकप में सेमीफाइनल में बाहर हुआ। न्यूजीलैंड ने इस जीत के साथ लगातार दूसरे विश्वकप के फाइनल में जगह बना ली। न्यूजीलैंड ने 2015 के विश्वकप में सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका को हराया था। न्यूजीलैंड का फाइनल में गत चैंपियन आस्ट्रेलिया और मेजबान इंग्लैंड के बीच दूसरे सेमीफाइनल से विजेता से मुकाबला होगा। भारत के शीर्ष क्रम को झकझोरने वाले और मैच में 37 रन पर तीन विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज मैट हेनरी को प्लेयर ऑफ दि मैच का पुरस्कार मिला। टीम इंडिया लीग चरण में शीर्ष पर रही थी और इस दौरान उसका न्यूजीलैंड के साथ लीग मुकाबला बारिश से धुल गया था, लेकिन सेमीफाइनल में बारिश के कारण दो दिन तक चले मैच में न्यूजीलैंड ने भारत की चुनौती को काबू कर लिया। भारत की हार का सबसे बड़ा कारण उसके शीर्ष क्रम की नाकामी रही। टूर्नामेंट में पांच शतक बनाने वाले रोहित शर्मा एक, कप्तान विराट कोहली एक और लोकेश राहुल एक रन बनाकर आउट हुए। ऋषभ पंत ने 32 और हार्दिक पांड्या ने 32 रन बनाए और दोनों ही बल्लेबाज ऊंचे शॉट खेलने के चक्कर में अपने विकेट गंवा बैठे। जडेजा ने 59 गेंदों पर चार चौकों और चार छक्कों की मदद से 77 रन बनाकर भारत को कुछ उम्मीदें दी, लेकिन 48वें ओवर में उनके आउट होते ही भारत का संघर्ष दम तोड़ गया।

यह देखकर दुख होता है कि हमने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन सेमीफाइनल में 45 मिनट के खराब खेल ने हमें बाहर कर दिया। न्यूजीलैंड जीत का हकदार था और उसने हमें लगातार दबाव में रखा। मुझे लगता है कि हमारा शॉट चयन कहीं बेहतर हो सकता था।

विराट कोहली, कप्तान, भारत

टर्निंग प्वाइंट

जडेजा कैच आउट…

टीम का स्कोर जब 47.5 ओवर में 208 रन था, तब जडेजा आउट हो गए। बोल्ट की गेंद पर वह छक्का मारने के प्रयास में विलियम्सन को कैच थमा बैठे। उन्होंने 56 गेंद की पारी में चार चौके और चार छक्के लगाए थे। यहां से भारत को जीत के लिए 31 रन बनाने थे।

एमएस धोनी रनआउट…

सेमीफाइनल मैच में रवींद्र जडेजा और महेंद्र सिंह धोनी टीम इंडिया को जीत के करीब ले जा रहे थे, लेकिन 49वें ओवर में महेंद्र सिंह धोनी के रनआउट होते ही भारत की उम्मीदें खत्म हो गई। दुनिया का सबसे फिनिशर अपने आखिरी वर्ल्डकप मैच में क्रीज से कुछ इंच दूर रह गया और भारत मैच हार गया। इस मैच में धोनी और जडेजा के बीच 116 रनों की साझेदारी हुई थी।

ऋषभ पंत-पांड्या ने फेंके विकेट

भारतीय टीम के 24 रन पर चार विकेट गंवा चुकी थी। यहां से पंत और हार्दिक ने पांचवें विकेट के लिए 47 रन की साझेदारी की। पंत ने 23वें ओवर में सेंटनर की गेंद पर खराब शॉट खेल कर ग्रैंडहोम को कैच थमा दिया। इसके बाद हार्दिक ने 31वें ओवर में सेंटनर की गेंद पर ही विलियम्सन को कैच थमा बैठे।

स्विंग से थर-थर कांप उठा टॉप ऑर्डर

3.1 ओवर में भारत के पांच रन पर तीन विकेट गिर गए। शुरुआती 19 गेंदों में रोहित, राहुल और कोहली आउट हो गए। स्विंग के आगे भारतीय टॉप ऑर्डर कांप उठा और रोहित, राहुल और विराट ने एक-एक रन बनाया। इससे पहले जनवरी 2010 में श्रीलंका के खिलाफ भारत के शुरुआती तीन विकेट 3.3 ओवर में गिरे थे। विराट कोहली अपने वर्ल्डकप करियर में लगातार तीसरी बार सेमीफाइनल में नहीं चले। इससे पहले 2011 में पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल में वह नौ रन पर आउट हो गए थे। 2015 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में एक रन और इस बार न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में भी एक रन पर आउट हो गए।


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