डाक्टर बनने की चाह में पहुंचे 400 नौजवान

By: Jul 9th, 2019 12:02 am

एमबीबीएस-बीडीएस की काउंसिलिंग के चौथे दिन भी खूब जुटी भीड़

 शिमला  —हिमाचल प्रदेश में स्थित मेडिकल व डेंटल कालेजों में प्रवेश के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया के चौथे दिन 601 से 1000 हजार रैंक तक के उम्मीदवारों की काउंसिलिंग की गई। इस काउंसिलिंग में सोमवार को लगभग 400 उम्मीदवारों ने भाग लिया। काउंसिलिंग के चौथे दिन सुबह दस बजे से एचपीयू के सभागार में काउंसिलिंग प्रक्रिया शुरू की गई। शाम  आठ बजे तक  एमबीएस बीडीएस की काउंसिलिंग में मेडिकल कालेज आईजीएमसी, डा. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कालेज टांडा की रिजर्व सीटें उम्मीदवारों को मिल चुकी थीं। खबर लिखे जाने तक 851वे रैंक की काउंसिलिंग की जा रही थी। उधर, एमबीबीएस व बीडीएस की काउंसिलिंग में न केवल हिमाचल प्रदेश अपितु बाहरी राज्यों से भी उम्मीदवार पहुंचे हैं। डेंटल कालेज में प्रवेश लेने वाले उम्मीदवार को काउंसिलिंग के बाद 50 प्रतिशत फीस ड्राफ्ट के रूप में पहले जमा करवानी होगी। देर रात तक चलने वाली काउंसिलिंग के बाद उम्मीदवारों व उनके अभिभावकों को देर रात एचपीयू की बसें बस स्टैंड तक छोड़ने जाती हैं। इसके अलावा यह काउंसिलिंग प्रक्रिया एचपीयू की साइट पर ऑनलाइन भी जारी की गई है। जिन छात्रों की काउंसिलिंग हो गई  है, उनकी ज्वाइनिंग की जानकारी ऑनलाइन प्राप्त की जा सकती है। प्रदेश के जिन छात्रों के अभिभावक दूसरे राज्यों में सेटल हैं और उनके बच्चों का एंट्रैंस क्लीयर हुआ है, उन छात्रों के लिए एचपीयू ने दूसरे राज्यों के स्वास्थ्य संस्थान में दाखिला न लेने का सबूत लिखित में देने की शर्त रखी है। इस मामले पर मेडिकल एजुकेशन के निदेशक रवि शर्मा ने कहा कि प्रदेश के छात्रों के फायदे को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।

बाहरी संस्थान में कौन नहीं ले रहा दाखिला

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में बाहरी राज्यों सें एमबीबीएस व बीडीएस की काउंसिलिंग के लिए आए छात्र काफी परेशान हो रहे हैं। दूसरे राज्यों से आए प्रदेश के छात्रों को लिखित में प्रदेश विश्वविद्यालय को बताना पड़ रहा है कि वे दूसरे राज्यों के मेडिकल संस्थानों में काउंसिलिंग में हिस्सा नहीं ले रहे हैं। हिमाचल मेडिकल एजुकेशन के निदेशक रवि शर्मा ने बताया कि जो छात्र लिखित रिकार्ड के  बिना दूसरे राज्यों की मेडिकल संस्थानों में काउंसिलिंग में भाग न लेने की बात कर रहे हैं, उन्हें दाखिला नहीं दिया जाएगा।


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