पांच राज्यों में बाढ़, 46 की मौत

By: Jul 16th, 2019 12:02 am

भारी बारिश से हालात बेकाबू; 44 लाख लोग प्रभावित, तेजी से बढ़ रहा नदियों का जलस्तर

नई दिल्ली -मानसूनी बारिश और पड़ोसी देश नेपाल से आए बाढ़ के पानी के मिलेजुले असर से देश के कई राज्यों में बाढ़ का संकट पैदा हो गया है। असम-बिहार संग पांच राज्य बुरी तरह बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। इन पांच राज्यों में बाढ़ से लगभग 44 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ से बिहार में पिछले चार दिनों में अब तक 32 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं असम में 14 लोगों की जान जा चुकी है। असम के अधिकांश जिला ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों की वजह से बाढ़ग्रस्त हो चुके हैं। बिहार में कोसी बैराज के सभी 56 गेटों को खोल देने के बाद राज्य में बाढ़ की स्थिति रविवार को और भयावह हो गई है। बाढ़ की वजह से बिहार में चार और असम में 11 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। पश्चिम बंगाल के उत्तरी जिलों, यूपी के पूर्वी जिलों में भी नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ने से निचले इलाकों में पानी भर गया है। बारिश ने पंजाब और हरियाणा के बड़े हिस्सों को भी प्रभावित किया है। बिहार में बाढ़ से नौ जिलों के करीब 18 लाख प्रभावित हैं।  वहीं, मेघालय में हफ्तेभर से हो रही बारिश और नदियों में बाढ़ आने से वेस्ट गारो हिल्स जिला के करीब 1.14 लाख लोग मुश्किल में हैं। नेपाल आपदा प्रबंधन विभाग की रिपोर्ट में कहा गया कि बिहार की पांच नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। वहीं, मेघालय के डेमडेमा ब्लॉक के 50 गांवों के 57,700 लोग और सेलेसेला ब्लॉक के 104 गांवों के 66,400 से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। अधिकारियों ने कहा कि असम से बहने वाली ब्रह्मपुत्र और जिंजीराम नदियों में बढ़ते जलस्तर के कारण जिला के निचले इलाके जलमग्न हैं। राजधानी शिलांग के निचले इलाकों में भी बाढ़ जैसे हालात हैं। पूर्वी खासी हिल्स जिला के उपायुक्त एम डब्ल्यू नोंगबरी ने सोमवार को कहा कि शहर के निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। बारिश और भू-स्खलन के कारण त्रिपुरा और मिजोरम का देश के बाकी हिस्से से रेल मार्ग से संपर्क टूट गया है। अधिकारियों ने बताया कि अगरतला के बाहरी इलाकों, जिरानिया, कल्याणपुर और पश्चिमी त्रिपुरा के तेलयामुरा स्थित 38 राहत शिविरों में 12,000 से अधिक लोग शरण लिए हुए हैं। असम में 25 जिलों के 2217 गांव के 14,06,711 लोग प्रभावित हैं।

बारिश ने तोड़ा 1987 का रिकार्ड

बिहार में लगातार हो रही बारिश ने साल 1987 का रिकार्ड तोड़ दिया है। बीते चार दिनों में बिहार में 54.50 मिलिमीटर बारिश दर्ज हुई है। साल 1987 के बाद यह पहला मौका है, जब बिहार में 54.34 मिलिमीटर से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। कोसी, महानंदा, परमान, कमला बलान, पश्चिम कनकई और मैंची जैसी नदियों का जलस्तर बढ़ने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई स्थानों पर  नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को भी पार कर गया है।


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