प्रदेश में टीबी से हर साल 550 की मौत
शिमला —टीबी रोग से हर साल 550 हिमाचलियों की मौत हो रही है। इसके साथ ही प्रदेश में 15 हजार टीबी रोगियों का पंजीकरण हो चुका है। प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक राज्य के सरकारी अस्पतालों में हर साल लगभग 14 हजार टीबी रोगियों का पता लगाकर इनका उपचार किया जा रहा है। वर्ष 2018 में 14070 के लक्ष्य के मुकाबले राज्य ने सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में उपचार के लिए 15 हजार नए टीबी रोगियों का पंजीकरण किया है। लगभग 900 नए टीबी रोगियों को राज्य के निजी अस्पतालों से अधिसूचित किया गया। हिमाचल प्रदेश में निजी क्षेत्र में क्षय रोग से पीडि़त व्यक्तियों के वास्तविक आंकड़े प्राप्त न होने से रोगियों की संख्या में अंतर आ जाता है। संशोधित राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम आरएनटीसीपी को हिमाचल प्रदेश में चरणबद्ध तरीके से लागू किया गया है। हमीरपुर भारत का पहला ऐसा जिला है, जहां 1995 में पायलट आधार पर यह कार्यक्रम को लागू किया गया था। बता दें कि इलाज अधूरा रहने के कारण वह गंभीर मुसीबत में पड़ जाता है।
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