एक और बड़ा सोलर प्रोजेक्ट

By: Aug 8th, 2019 12:01 am

शिमला – सोलर पावर के क्षेत्र में हाल ही में 100 मेगावाट की परियोजना के लिए सरकार के साथ एमओयू होने के बाद अब 200 मेगावाट क्षमता की सोलर परियोजना का प्रस्ताव है। प्रस्ताव पर सरकार जल्द एमओयू करेगी। ऊर्जा विभाग को प्रदेश से बाहर की एक कंपनी ने ऐसा प्रस्ताव दिया है, जिसमें उसने कहा है कि वह जमीन की तलाश खुद करेंगे, केवल सरकार प्रोजेक्ट के लिए अनुमति दे। इसी तरह का एमओयू पिछले महीने किया गया है, जिसमें भी कंपनी खुद जमीन ढूंढेगी। यदि उन्हें कहीं सरकारी जमीन मिलती है, तो उसके लिए भी वह सरकार से मंजूरी लेंगे। हालांकि हिमाचल में अभी तक सोलर की उतनी अधिक संभावना नहीं आंकी गई है, परंतु फिर भी यहां निजी क्षेत्र को सोलर में लाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। जिस तरह से पहले 100 मेगावाट और अब 200 मेगावाट के लिए प्रस्ताव है, तो यकीनन कंपनियों ने यहां अपने स्तर पर सर्वेक्षण किया होगा। यहां पर हर क्षेत्र में निवेश के लिए सरकार की ओर से गंभीरता से प्रयास किए जा रहे हैं। इन्हीं प्रयासों के तहत ऊर्जा विभाग भी काम कर रहा है और ऊर्जा विभाग को हाइड्रो से अलग सोलर के लिए ऐसे प्रस्ताव मिल रहे हैं। प्रदेश से बाहर की कंपनियों को सोलर प्रोजेक्ट लगाने के लिए सरकार प्रोत्साहित कर रही है। प्रदेश की अपनी ऊर्जा नीति है परंतु इसमें सोलर के लिए कोई खास रियायतें नहीं दी गई हैं। सूत्र बताते हैं कि सोलर के लिए भी अलग से नीति बनाने पर काम चल रहा है, क्योंकि जैसा रूझान इस क्षेत्र में अब कंपनियां यहां दिखाने लगी हैं तो उससे सरकार को सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए नई रियायतेें भी देनी होंगी। मार्केट में हाइड्रो पावर की अपेक्षा सौर ऊर्जा का दाम बेहतर मिल रहा है और केंद्र सरकार भी इस क्षेत्र में अपनी ओर से इसेंटिव दे रही है।

लाहुल में सौर ऊर्जा पार्क की योजना

लाहुल-स्पीति में भी दो हजार मेगावाट क्षमता का सोलर पार्क बनाने की योजना है, जिस पर केंद्र सरकार से मदद मांगी गई है। यहां पर बिजली की ट्रांसमिशन सबसे बड़ी समस्या है, जो हल होती है, तो दो हजार मेगावाट का सोलर पार्क लग सकता है, जिसमें निजी कंपनियां बड़ी मात्रा में निवेश करेंगी।

 

 


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